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अयोध्या में राममंदिर का भूमिपूजन हुआ पूर्ण
  • 151118246 - JITENDRA KUMAR BALECHA 0



नरेंद्र मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने रामनगरी अयोध्या के हनुमानगढ़ी में दर्शन और पूजन किया है। रामनगरी अयोध्या में यह रामकथा का नया अध्याय है, 492 वर्ष तक चली संघर्ष-कथा का अपना 'उत्तरकांड' है। अपनी माटी, अपने ही आंगन में ठीहा पाने को रामलला पांच सदी तक प्रतीक्षा करते रहे तो रामभक्तों की 'अग्निपरीक्षा' भी अब पूरी हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अभिजीत मुहूर्त में श्रीराम जन्मभूमि में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमि पूजन करने के साथ ही आधार शिला भी रखी। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली से लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट पहुंचे और फिर वहां से हेलिकॉप्टर से अयोध्या रवाना हुए। पीएम मोदी रामनगरी के साकेत महाविद्यालय के हेलीपैड पर पहुंचे। वहां उनका स्वागत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। इसके बाद प्रधानमंत्री अयोध्या हनुमानगढ़ी मंदिर में प्रभु राम के भक्त हनुमान और रामलला का पूजन और दर्शन किया। अभिजित मुहूर्त में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि राम सभी के हैं। वह सभी का मन में बसते हैं। करीब एक घंटे चले संबोधन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास का चरण छूकर आशीर्वाद लिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम आगे बढ़ेंगे देश आगे बढ़ेगा। भगवान राम का यह मंदिर युगो-युगो तक मानवता को प्रेरणा देता रहेगा। मार्गदर्शन करता रहेगा। वैसे कोरोना की वजह से जिस तरह के हालात हैं। प्रभु राम का मर्यादा का मार्ग और अधिक आवश्यक है। वर्तमान की मर्यादा है दो गज की दूरी मास्क है जरूरी। मर्यादाओं का पालन करते हुए सभी देशवासियों को प्रभु राम और माता जानकी स्वस्थ रखें, सुखी रखे यही प्रार्थना है। सभी देशवासियों पर माता सीता और श्रीराम का आशीर्वाद बना रहे। संघ प्रमुख मोहन भागवत बोले- संकल्प पूरा हुआ, सबके राम और सबमें राम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि स्वयं प्रभु श्रीराम राम समय स्थान और परिस्थितियों के हिसाब से बोलते हैं सोचते हैं करते भी हैं। राम हमें समय के साथ बढ़ना सिखाते हैं, समय के साथ चलना सिखाते हैं। राम परिवर्तन के पक्षधर हैं। राम आधुनिकता के पक्षधर रहा है। श्रीराम के आदर्शों के साथ भारत आगे बढ़ रहा है। प्रभु श्रीराम ने हमें कर्तव्य पालन की सीख दी है अपने कर्तव्यों को कैसे निभाए इसकी सीख दी है। भूमिपूजन में शामिल होंगी उमा भारती, कहा- राम की मर्यादा से बंधी हूं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोई भी दुखी ना हो, कोई भी गरीब ना हो, नर नारी सभी समान रूप से सुखी हों, श्रीराम का निर्देश है किसान पशुपालक सभी हमेशा खुश रहें, श्रीराम का आदेश है बुजुर्गों की बच्चों की चिकित्सकों की सदैव रक्षा होनी चाहिए। श्रीराम का आह्वान है जो शरण में आए उसकी रक्षा करना सभी का कर्तव्य है। श्रीराम का संदेश है अपनी मातृभूमि स्वर्ग से भी बढ़कर होती है। यह भी श्री राम की नीति है भय बिन होय न प्रीति। हमारा देश जितना ताकतवर होगा उतनी ही शांति ही बनी रहेगी। राम की यही नीति यही रीति सदियों से भारत का मार्गदर्शन करती रही है। महात्मा गांधी ने इन्हीं मंत्रों के आलोक में रामराज्य का सपना देखा था राम का जीवन उनका चरित्र ही गांधी जी के राम राज्य का रास्ता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि केवट से लेकर वनवासी बंधुओ को भगवान राम की विजय का माध्यम बना। जिस तरह दलितों पिछड़ों आदिवासियों समाज के हर वर्ग ने आजादी की लड़ाई में गांधी जी को सहयोग दिया, उसी तरह आज देशभर के लोगों के सहयोग से राम मंदिर निर्माण का यह पुण्य कार्य प्रारंभ हुआ है। देश भर से लाई गई मिट्टी व जल यहां की अमोघ शक्ति बन गई। उन्होंने कहा कि जैसे पत्थरों पर श्री राम लिख कर रामसेतु बनाया गया वैसे ही घर घर से गांव गांव से श्रद्धा पूर्वक वहां से लाए यहां ऊर्जा का स्रोत बन गई हैं। देशभर के धामों औरलाई गई मिट्टी और नदियों का पवित्र जल संस्कृतिय यहां की अमोघ शक्ति बन गई हैं, वाकई यह ना भूतो ना भविष्यति है। मुझे विश्वास है कि श्री राम के नाम की तरह ही अयोध्या में बनने वाला भव्य राम मंदिर भारतीय संस्कृति की समृद्ध विरासत का देव तक होगा। अनंत काल तक पूरी मानवता को प्रेरणा देगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज का यह ऐतिहासिक पल युगों युगों तक दिग दिगंत तक भारत की कीर्ति पताका लहरा रहेगी। आज का यह दिन करोड़ों राम भक्तों के संकल्प के सत्यता का प्रमाण है। आज का यह दिन सत्य अहिंसा आस्था और बलिदान को न्याय प्रिय भारत की एक अनुपम भेंट है। भूमि पूजन का यह कार्यक्रम अनेक मर्यादाओं के बीच हो रहा है। श्रीराम के काम में मर्यादा का जैसा उदाहरण प्रस्तुत किया जाना चाहिए देश में वैसा ही उदाहरण प्रस्तुत किया है। किसी मर्यादा का अनुभव हमने तब भी किया था, जब माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने अपना ऐतिहासिक फैसला सुनाया था। हमने तब भी देखा था कैसे सभी देशवासियों ने शांति के साथ सभी की भावनाओं का ध्यान रखते हुए व्यवहार किया था। आज भी हम हर तरफ वही मर्यादा दे रहे हैं। इस मंदिर के साथ सिर्फ नया इतिहास ही नहीं रचा जा रहा है, इतिहास खुद को दोहरा भी रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि श्रीराम मंदिर हमारी आस्था का प्रतीक बनेगा। हमारी राष्ट्रीय भावना का प्रतीक बनेगा और यह मंदिर करोड़ों करोड़ों लोगों की सामूहिक संकल्प शक्ति का भी प्रतीक बनेगा। यह मंदिर आने वाली पीढ़ियों को आस्था श्रद्धा और संकल्प की प्रेरणा देता रहेगा। इस मंदिर के बनने के बाद अयोध्या की सिर्फ भव्यता ही नहीं बढ़ेगी, इस क्षेत्र का पूरा अर्थ तंत्र भी बदल जाएगा। यहां हर क्षेत्र में नए अवसर बनेंगे। हर क्षेत्र में अवसर बढ़ेंगे। सोचिए पूरी दुनिया से लोग यहां आएंगे। पूरी दुनिया प्रभु राम और माता जानकी का दर्शन करने आएगी। राम मंदिर के निर्माण की प्रक्रिया राष्ट्र को जोड़ने का उपक्रम है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोई काम करना हो तो हम भगवान राम की ओर देखते हैं। भगवान राम की अद्भुत शक्ति देखिए इमारतें नष्ट हो गईं, क्या कुछ नहीं हुआ, अस्तित्व मिटाने का हर कोई प्रयास हुआ। लेकिन राम आज भी हमारे मन में बसे हैं। राम संस्कृति के आधार हैं। भारत की मर्यादा हैं। मर्यादा पुरुषोत्तम हैं। इसी आलोक में अयोध्या में राम जन्मभूमि पर श्री राम के भव्य और दिव्य मंदिर के लिए आज भूमि पूजन हुआ है। यहां आने से पहले मैंने हनुमानगढ़ी का दर्शन किया। राम के सब काम हनुमान ही तो करते हैं। राम के आदर्शों की कलयुग में रक्षा करने की जिम्मेदारी भी हनुमान जी की ही है। हनुमान जी के आशीर्वाद से श्री राम मंदिर भूमि पूजन का आयोजन शुरू हुआ। श्री राम का मंदिर हमारी संस्कृति का आधुनिक प्रतीक बनेगा। मैं जानबूझकर आधुनिक शब्द का प्रयोग कर रहा हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारे स्वतंत्रता आंदोलन के समय कई कई पीढ़ियों ने अपना सब कुछ समर्पित कर दिया था। गुलामी के कालखंड में कोई ऐसा समय नहीं था जब आजादी के लिए आजा आंदोलन ना चला हो देश का कोई भूभाग ऐसा नहीं था जहां आजादी के लिए बलिदान ना दिया गया हो। स्वतंत्रता की कि उस उत्कट इच्छा भावना का प्रतीक है ठीक उसी तरह राम मंदिर के लिए कई कई सदियों तक कई कई पीढ़ियों ने अखंड अविरत एक निष्ठा प्रयास किया। त्याग बलिदान और संघर्षों से आज यह सपना साकार हो रहा है। मैं उन सब लोगों को 130 करोड़ देश वासियों की तरफ से सर झुका कर के नमन करता हूं, उनका अभिनंदन करता हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सदियों से चल रहे टूटने और उठने के क्रम से राम जन्मभूमि आज मुक्त हुई है। वर्षों से टाट में रहे हमारे राम लला के लिए भव्य मंदिर का निर्माण शुरू हो गया है। सदियों से चल रहे टूटने और उठने के क्रम से राम जन्मभूमि आज मुक्त हुई है। राम मंदिर के लिए कई सदियों तक कई पीढ़ियों ने संघर्ष किया। नींव की तरह जिनकी तपस्या राम मंदिर में गड़ी है उनको देश वासियों की तरफ से नमन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना संबोधन जय सिया राम के साथ प्रारंभ किया। आज इस जय घोष की गूंज पूरे विश्व में है। सभी देश वासियों, भारत भक्तों को और राम भक्तों को कोटि-कोटि बधाई। यह मेरा सौभाग्य है श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने मुझे इस ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनने का अवसर दिया। आना बड़ा स्वाभाविक भी था क्योंकि राम काज कीने बिन मोहि कहां विश्राम। भारत आज भगवान भास्कर के सामने सरयू किनारे एक नया अध्याय रच रहा है। आज पूरा भारत राममय है। हर मन दीप मय है। पूरा देश रोमांचित है हरमन दीप में है। सदियों का इंतजार आज समाप्त हो रहा है। आज पूरा भारत भावुक। सदियों का इंतजार आज समाप्त। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर राम मंदिर निर्माण के लिए अधारशिला की पट्टिका का अनावरण किया। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास ने कहा कि करोड़ों-करोड़ों की इच्छा है कि रामलला का विराट मंदिर बने, जिसका शुभारंभ आज हो गया है। भाक्तों की भावनाओं का आज श्रीगणेश हो गया है। अब विलंभ नहीं होना चाहिए। एक ओर मोदी एक ओर योगी खड़े हैं। यह बड़ा सुहावना समय है और करोड़ों करोड़ों हिंदू राम भक्तों की अभिलाषा इच्छा है शीघ्र अति शीघ्र जहां रामलला विराजमान हैं वहां दिव्य और भव्य मंदिर का निर्माण होना चाहिए। इसलिए तन मन धन अर्पण करने के लिए सभी तैयार हैं। मंदिर का निर्माण कार्य प्रारंभ हो जाए मंदिर का निर्माण होगा समस्त भक्तों की कामनाओं की पूर्ति होगी। संघ प्रमुख मोहन भागवत भूमि पूजन समारोह को संबंधित करते हुए कहा कि आज सदियों की आस की लहर है।आनंद का छड़ है बहुत प्रकार से आनंद है। एक संकल्प लिया था पर मुझे स्मरण है तब कि हमारे संघ के सरसंघचालक बाला साहब देवरस जी ने यह बात हमको कदम आगे बढ़ाने से पहले याद दिलाई थी जिस 30 साल काम करना होगा तब यह काम होगा हमने किया संकल्प पूर्ति का आनंद मिल रहा है अनेक लोगों ने बलिदान दिए हैं और सूक्ष्म रूप में यहां उपस्थित है ऐसे भी हैं जो यहां आ नहीं सकते आडवाणी जी अपने घर में बैठकर इस कार्यक्रम को देख रहे होंगे। पूरे देश में आनंद की लहर है सदियों की आस पूरे होने की आनंद है सबसे बड़ा आनंद है। भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जिस आत्मविश्वास की आवश्यकता थी। जिस आत्म भान की आवश्यकता थी उस का शुभारंभ आज हो रहा है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज का दिन हमारे लिए उमंग और उत्साह का दिन है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'राम मंदिर के निर्माण कार्य को भले ही राम मंदिर ट्रस्ट करे लेकिन पूरी अवधपुरी के भौतिक विकास और सांस्कृतिक विसारत को क्षुब्ध किए बिना इस नगरी को वैभवशाली बनाने के लिए हम सभी प्रतिबद्ध हैं।' उन्होंने कहा कि जिस अवधपुरी का एहसास कराने के लिए 500 साल से प्रतीक्षा थी, उसकी पूरे दुनिया को, समस्त भारतवासियों की भावनाओं को मूर्त रूप देने का यह अवसर आज पूरा हुआ है। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि इस घड़ी की प्रतीक्षा में हमारी कई पीढ़ियां चली गईं। राम मंदिर के निर्माण का सपना लिए अनेक लोगों ने बलिदान दिया। शुभ मुहूर्त के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कार्यक्रम स्थल पर बने मंच पर पहुंचे हैं। इस दौरान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, संघ प्रमुख मोहन भागवत और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद हैं। अभिजीत मुहूर्त में भूमि पूजन कार्यक्रम संपन्न हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या की माटी को अपने माथे पर लगाया और प्रणाम किया। अभिजीत मुहूर्त में भूमि पूजन अनुष्ठान संपन्न हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में इस ऐतिहासिक क्षण के सभी सक्षी बने। इस दौरान राज्यपाल, मुख्यमंत्री और संघ प्रमुख भी रहे शामिल। कांची के शंकराचार्य की ओर से भेजी गई नवरत्न जड़ित सामग्रियों को पूजन में समर्पित किया गया। अयोध्या वासियों ने राम मंदिर के लिए भूमि भूमि पूजन पर पटाखे फोड़ कर अपनी खुशी का इजहार किया। प्रधान शिला के पूजन के पश्चात अष्ट उप शिला का पूजन किया गया। इसके पश्चात प्रभु श्रीराम की कुलदेवी के पूजन के साथ ही सभी देवियों का पूजन किया गया। जिस स्थल पर रामलला विराजमान थे उसी स्थल पर शिलाओं का पूजन किया जा रहा है। 12 बजकर 40 मिनट 08 सेकेंड तक अभिजीत मुहूर्त है, इस मुहूर्त के अंदर ही संपूर्ण भूमि पूजन प्रक्रिया को संपादित किया जा रहा है। बाबा भैरवनाथ का स्मरण कर भूमि पूजन की ली गई अनुमति। इसी के साथ नौ शिलाओं का पूजन प्रारंभ हुआ।यजमान के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी को संकल्प दिलाया गया। वैदिक आचार्य ने भूमि पूजन प्रारंभ कर दिया गया है। प्रधानमंत्री पूर्व की दिशा में मुख कर पूजन में शामिल हो चुके हैं। भगवान श्री गणेश की स्तुति के साथ प्रधानमंत्री ने आचमन किया। इस दौरान सभी देवताओं का ध्यान किया गया। पांच सौ वर्षों बाद इस शुभ घड़ी के लिए धन्यवाद किया गया। पौधारोपण के बाद प्रधानमंत्री पूजा स्थल के लिए रवाना हो गए हैं जहां भूमि पूजन और राम मंदिर के शिलान्यास का कार्यक्रम प्रस्तावित है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या हनुमानगढ़ी मंदिर में प्रभु राम के भक्त हनुमान के पूजन और दर्शन के बाद रामलला की दर्शन किया। वैदिक मंत्रों के बीच प्रधानमंत्री ने रामलला के श्री चरणों में पुष्प अर्पित किया माल्यार्पण किया। शंख ध्वनि से संपूर्ण परिसर गुंजायमान हो उठा। इस दौरान उन्होंने परिसर में पारिजात का पौधा लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या के हनुमानगढ़ी मंदिर में प्रभु राम के भक्त हनुमान का पूजन और दर्शन किया। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ मंदिर की परिक्रमा भी की। हनुमानगढ़ी के गद्दीनशीन श्रीमंहत प्रेमदास जी ने पीएम मोदी को चांदी का मुकुट व रामनामी भेट कर स्वागत किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या के साकेत महाविद्यालय के अस्थाई हैलीपैड पर पहुंच गए हैं। यहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया। अब वह हनुमानगढ़ी में अयोध्या के रक्षक भगवान हनुमंतलाल का दर्शन और अनुमति लेंगे। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत भी श्रीराम जन्मभूमि परिसर में भूमि पूजन पंडाल में पहुंच गए हैं। इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम में पधारे संतों से मुलाकात की। अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने संबोधित करते हुए जय सियाराम का उदघोष किया। पीएम मोदी ने कहा कि सबमें राम, सबके राम, जय सियाराम. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन की शुरूआत सियावर रामचंद्र की जय से की। इसके बाद उन्होंने जय सियाराम का उद्घोष किया। उन्होंने कहा कि इस पवित्र मौके पर दुनिया भर के राम भक्तों को कोटि-कोटि बधाई। इस मौके पर पीएम ने कहा कि आज का ये दिन करोड़ों रामभक्तों के संकल्प की सत्यता का प्रमाण है। आज का ये दिन सत्य, अहिंसा, आस्था और बलिदान को न्यायप्रिय भारत की एक अनुपम भेंट है। प्रधानमंत्री ने कहा कि राम हमारे मन में गढ़े हुए हैं, हमारे भीतर घुल-मिल गए हैं. आप भगवान राम की अद्भूत शक्ति देखिए, इमारतें नष्ट हो गईं. क्या कुछ नहीं हुआ, ​अस्तित्व मिटाने का हर प्रयास हुआ. लेकिन राम आज भी हमारे मन में बसे हैं, हमारी संस्कृति के आधार हैं। प्रधानमंत्री ने कहा जीवन का ऐसा कोई पहलू नहीं है, जहां हमारे राम प्रेरणा न देते हों। भारत की ऐसी कोई भावना नहीं है जिसमें प्रभु राम झलकते न हों. भारत की आस्था में राम हैं, भारत के आदर्शों में राम हैं! भारत की दिव्यता में राम हैं, भारत के दर्शन में राम हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि यहां बनने राम मंदिर अनंत काल तक पूरी मानवता को प्रेरणा देता रहेगा। हमें सुनिश्चित करना होगा कि राम का संदेश, राम मंदिर का संदेश पूरे विश्व तक निरंतर पहुंचे। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस मंदिर के निर्माण में जिन लोगों की तपस्या नींव की तरह जुड़ी हुई है उन्हें मैं 130 करोड़ भारतीयों की ओर से नमन करता हूं। पीएम ने कहा कि इस मंदिर के बनने के बाद इस क्षेत्र का पूरा अर्थतंत्र बदल जाएगा। यहां हर क्षेत्र में अवसर बढ़ेगा। पीएम ने कहा कि राम मंदिर निर्माण की प्रक्रिया राष्ट्र को जोड़ने का उपक्रम है। ये महोत्व है नर को नारायण से जोड़ने का। लोक से आस्था को जोड़ने का, वर्तमान से अतीत को जोड़ने का। अयोध्या में राम मंदिर का शिलान्यास पूरे वर्ल्ड मीडिया की सुर्खियों में है। सीएनएन, द गार्जियन, बीबीसी, अलजजीरा और डॉन ने इस घटना को प्रमुखता से कवर किया। सीएनएन ने कहा कि देश में फैले कोरोनावायरस के बावजूद प्रधानमंत्री मोदी ने मंदिर निर्माण का भूमि पूजन किया। पाकिस्तान के अखबार द डॉन ने लिखा कि राम मंदिर का शिलान्यास दरअसल, भारत के बदल रहे संविधान का शिलान्यास है। अमेरिकी मीडिया संस्थान सीएनएन ने लिखा कि मोदी ने हिंदुओं के सबसे पवित्र स्थान पर राम मंदिर का भूमि पूजन किया। यह जगह सालों से हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच विवाद का जड़ रही है। बुधवार को भूमि पूजन कार्यक्रम ऐसे समय हो रहा है, जब भारत में लगातार पांच दिनों से 50 हजार से ज्यादा संक्रमण के नए मामले आ रहे हैं। संक्रमण के मामले में भारत दुनिया में तीसरे नंबर है। गृहमंत्री अमित शाह और अयोध्या में मंदिर के पुजारी समेत चार सिक्युरिटी गार्ड भी संक्रमित हुए हैं। ब्रिटेन के अखबार द गार्जियन ने लिखा कि अयोध्या में दिवाली तीन महीने पहले ही आ गई है। शहर में राम मंदिर की आधारशिला रखी जा रही है। दशकों से यह भारतीय इतिहास का सबसे भावनात्मक और विभाजनकारी मुद्दा रहा है। भगवान राम हिंदुओं में सबसे अधिक पूजनीय हैं। उनका मंदिर बनना बहुत से हिंदुओं के लिए गर्व का क्षण है। लेकिन, भारतीय मुसलमानों के मन में दो तरह की भावनाएं हैं। एक तो उनकी मस्जिद के जाने का दु:ख है जो 400 सालों से वहां खड़ी थी। दूसरी उन्होंने मंदिर निर्माण पर अपनी मौन सहमति भी दे दी है। पाकिस्तान के मीडिया संस्थान डॉन ने लिखा कि बाबरी मस्जिद की जगह पर हिंदू मंदिर का शिलान्यास किया गया। इस जगह पर करीब 500 सालों से बाबरी मस्जिद थी। मोदी के आलोचक मानते हैं कि यह सेक्युलर भारत को हिंदू राष्ट्र में बदलने का एक और कदम है। भारत के सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च (सीपीआर) के पूर्व अध्यक्ष प्रताप भानु मेहता के हवाले से डॉन ने लिखा - राम मंदिर का शिलान्यास एक तरह से अलग प्रकार के भारतीय संविधान का शिलान्यास है। यह इस बात को बताता है कि भारत का मौलिक संवैधानिक ढांचा बदल रहा है। खाड़ी देशों के प्रमुख मीडिया संस्थान अलजजीरा ने लिखा कि मंदिर मस्जिद की जगह पर बनाया जा रहा है। भारत की सेक्युलर विचार धारा से समझौता किया गया है। भारत की सत्ता में मौजूद हिंदू राष्ट्रवादी भारतीय जनता पार्टी ने 1980 के दशक से मंदिर आंदोलन छेड़ा था। 1992 में हिंदू कट्‌टरपंथियों ने मस्जिद गिरा दी। नवंबर 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने हिंदुओं को भी मस्जिद की जगह दे दी। इस फैसले की बड़ी आलोचना हुई थी। विडंबना यह है कि मंदिर की नींव रखी जा रही और बाबरी विध्वंस मामले की कानूनी सुनवाई तक अभी पूरी नहीं हुई है। एबीसी न्यूज ने अपनी वेबसाइट पर लिखा- कोरोनावायरस जैसी महामारी की वजह से भारी भीड़ नहीं हुई, लेकिन भारत के हिंदू खुश हैं। प्रधानमंत्री मोदी राम मंदिर का भूमि पूजन किया। यहां पहले कथित तौर पर मस्जिद थी। राम मंदिर के निर्माण में तीन से साढ़े तीन साल लगेंगे। यह दुनिया के सबसे भव्य मंदिरों में से एक होगा। बीबीसी ने भूमि पूजन के साथ ही राम मंदिर और बाबरी मस्जिद विवाद का भी जिक्र किया। लिखा- प्रधानमंत्री मोदी ने मंदिर का भूमि पूजन किया। 1992 तक यहां मस्जिद थी। जिसे भीड़ ने गिरा दिया था। दावा किया जाता है कि यहां मस्जिद से पहले मंदिर था। इसलिए दोनों समुदाय इस जगह पर दावा करते रहे। पिछले साल सुप्रीम कोर्ट के फैसले से मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हो गया। मुस्लिमों को मस्जिद के लिए अलग जगह दी गई है। देखें बीकानेर से दिवाकर यादव की रिपोर्ट....151117727 और हमारे whatsapp या telegram ग्रुप से जुड़ने के लिए 9251377786 पर न्यूज़ टाइप कर भेजें। डाउनलोड करें FAST NEWS INDIA एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी और अन्य सर्विस

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