। प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) द्वारा कुंभ निर्माण कार्यों में ई-टेंडर प्रक्रिया के बावजूद टेंडरों में टेंपरिंग किए जाने का गंभीर आरोप सामने आया है। एक फर्म के प्रोपराइटर उपेन्द्र नारायण पाण्डेय और उनके अधिवक्ता अनुराग त्रिपाठी ने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया क्लब में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उच्च अधिकारियों पर करोड़ों के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया।
कंपनी के लीगल एडवाइजर ने बताया कि ई-टेंडर खोलते समय बीडर कम्परेटिव चार्ट में हेरफेर की जा रही है जिससे करोड़ों का राजस्व नुकसान हो रहा है । इसका सीधा बोझ जनता पर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे 29–30 टेंडरों को संदिग्ध मानकर आरटीआई के माध्यम से जानकारी मांगी गई, लेकिन आज तक विभाग द्वारा कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दिया गया।
आरोप है कि कई संदिग्ध टेंडरों की फाइनेंशियल रिपोर्ट वेबसाइट पर अपलोड ही नहीं की गई, जबकि अन्य टेंडरों की जानकारी अपलोड है। इस मामले में जिलाधिकारी, मंडलायुक्त और मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश को शिकायत भेजी गई है। कंपनी ने मांग की है कि ई-टेंडर प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी बनाते हुए दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए, ताकि सरकारी प्रणाली में व्याप्त भ्रष्टाचार समाप्त हो सके। देखे यूपी सेंट्रल से मनोज सिंह की रिपोट

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