सचिव सिविल जज योगेन्द्र सागर ने बच्चों को दिया उज्ज्वल भविष्य का मंत्र; 'संविधान' देश का सर्वोच्च कानून
फास्ट न्यूज़ इंडिया उत्तराखंड रुद्रपुर संविधान दिवस के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा रुद्रपुर स्थित पीएम जीआईसी बागवाला में एक प्रभावशाली जागरूकता शिविर आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का नेतृत्व प्राधिकरण के सचिव एवं सिविल जज (सीनियर डिवीजन) योगेन्द्र कुमार सागर ने किया।
संविधान का महत्व समझाया—अधिकारों और कर्तव्यों का मार्गदर्शन
जज योगेन्द्र सागर ने छात्रों को बताया कि हमारा संविधान 26 नवंबर 1949 को तैयार हुआ था, जिसे बनने में 2 साल, 11 माह, 18 दिन का समय लगा।
उन्होंने कहा कि संविधान भारत का सर्वोच्च कानून है, जो नागरिकों को उनके मौलिक अधिकार और कर्तव्य बताता है। उन्होंने बच्चों को जिम्मेदार नागरिक बनने और अपने जीवन में संवैधानिक मूल्यों को अपनाने की प्रेरणा दी।
1098 चाइल्ड हेल्पलाइन और 15100 टोल फ्री नंबर की जानकारी
शिविर में कानूनी साक्षरता पर विशेष ध्यान दिया गया—
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पैनल अधिवक्ता राकेश कुमार सुखीजा ने बच्चों को चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 और नालसा टोल फ्री नंबर 15100 की जानकारी दी।
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उन्होंने महिला कल्याण विभाग, देहरादून द्वारा 18 वर्ष तक के बच्चों के लिए उपलब्ध सेवाओं पर भी विस्तार से बताया।
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असिस्टेंट लीगल एड डिफेंस काउंसिल लुबीना पारुल ने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा दी जाने वाली निशुल्क कानूनी सहायता की प्रक्रिया और महत्व को समझाया।
शिविर में जगा संवैधानिक मूल्यों के प्रति सम्मान
इस कार्यक्रम ने छात्रों व उपस्थित लोगों में संविधान के प्रति नई जागरूकता और सम्मान की भावना विकसित की। शाहनूर अली (151045804)

