मध्य प्रदेश पिछोर। नगर के यूरिया खाद गोदाम पर इन दिनों खाद वितरण ऑनलाइन टोकन सिस्टम के आधार पर किया जा रहा है, लेकिन यह व्यवस्था किसानों के लिए परेशानी का सबब बनती दिखाई दे रही है। अनेक किसानों के टोकन समय पर जनरेट नहीं हो रहे हैं, जबकि कुछ किसानों को आसानी से टोकन प्राप्त हो रहे हैं।
टोकन न आने से किसान बेहद चिंतित और परेशान हैं। किसानों का कहना है कि उन्हें फसल के लिए तत्काल यूरिया की आवश्यकता है, लेकिन लगातार प्रयासों के बाद भी ऑनलाइन टोकन उनके मोबाइल पर नहीं आ रहा। ऐसे में वे खाद प्राप्त नहीं कर पा रहे हैं।
किसानों का आरोप है कि स्थिति खराब होने के बावजूद कोई भी बड़ा अधिकारी उनकी समस्या सुनने को तैयार नहीं है, और न ही गोदाम से कोई संतोषजनक जवाब दिया जा रहा है।
सरकार ने टोकन आधारित ऑनलाइन सिस्टम शुरू किया है, जिसका एक फायदा यह है कि किसानों को रातभर लाइन में नहीं लगना पड़ रहा। लेकिन दूसरी ओर टोकन समय पर न आने से उन्हें खाद नहीं मिल पा रही, जिसके चलते असंतोष बढ़ता जा रहा है।
किसानों का सवाल है कि—
“अगर टोकन ही नहीं आएगा, तो हम खाद कहाँ से लें? और हमारी समस्या का समाधान किस अधिकारी के पास है?”
किसान प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि या तो ऑनलाइन टोकन सिस्टम को दुरुस्त किया जाए या फिर वैकल्पिक व्यवस्था बनाकर खाद सभी पात्र किसानों को समय पर उपलब्ध कराई जाए। देखे पिछोर से राजू जाटव की रिपोट 151173825

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