फ़ास्ट न्यूज़ इंडिया यूपी आगरा। स्वास्थ्य विभाग द्वारा शहर में विभिन्न स्थानों पर शुरू किए गए मॉडल इम्युनाइजेशन सेंटर (एमआईसी) कामकाजी अभिभावकों व बच्चों को खूब भा रहे हैं। कामकाजी अभिभावक संडे को इत्मिनान के साथ आकर अपने बच्चों का नियमित टीकाकरण करा रहे हैं। साथ ही बच्चे भी यहां पर आकर खिलौनों के साथ हंसते-खेलते हुए टीके लगवा रहे हैं। शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लोहा मंडी द्वितीय के कार्य क्षेत्र में आने वाले गढ़ी भदौरिया निवासी 35 वर्षीय अमित कुमार बताते हैं कि उनके जुड़वा बच्चे हैं, जो 7 माह के हो चुके हैं। शुरुआती समय में दोनों बच्चों का टीकाकरण करना उनके लिए चुनौतीपूर्ण रहा। जुड़वा बच्चों का टीकाकरण होने के बाद दोनों ही बहुत रोते थे, उस समय दोनों को एक साथ संभालना बहुत मुश्किल हो रहा था। अमित कुमार प्रॉपर्टी डीलर हैं और व्यस्त रहते हैं रविवार को ही उन्हें समय मिल पाता है, इसलिए उनकी पत्नी शोभा को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। हालांकि, अब मॉडल इम्युनाइजेशन सेंटर (एमआईसी) द्वारा रविवार को टीकाकरण किए जाने की वजह से अमित कुमार ने एक अच्छा तरीका अपनाया है। वे एक बच्चे का टीकाकरण शनिवार को कराते हैं और दूसरे बच्चे का अवकाश के दिन रविवार को टीकाकरण कराते हैं। अवकाश के दिन अमित कुमार बच्चों की देखभाल करते हैं, जिससे वे अपने बच्चों के सभी टीके समय पर लगवा पाए हैं। अब उनके बच्चों को 9 माह पर खसरे का टीका लगेगा, बाकी सारे टीके समय पर लग गए हैं। अमित कुमार के दोनों बच्चे पूरी तरह स्वस्थ हैं और वे उनके स्वास्थ्य के प्रति निश्चित हैं। विजय नगर कॉलोनी निवासी 32 वर्षीय अभिनव बच्चे के मामा जी बताते हैं कि उनके घर के पास में जीवनीमंडी शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में खुला मॉडल इम्युनाइजेशन सेंटर उनके लिए काफी सुविधाजनक साबित हुआ है। उन्होंने बताया कि उनके दीदी व जीजाजी दोनों कामकाजी हैं साथ ही वह भी बैंक में नौकरी करते हैं। ऐसे में उनके भांजे को टीके लगवाने के लिए हम काफी चिंतित थे, नौकरी से लौटते, तब तक टीकाकरण सेंटर बंद हो जाते थे । ऑफिस से अवकाश लेकर बच्चे का टीकाकरण करना पड़ता था लेकिन एमआईसी में रविवार को भी टीकाकरण कराने ही सुविधा है, इससे हमने अपने भांजे व घर के अन्य बच्चों का टीकाकरण आसानी से करा लिया। उन्होंने बताया कि उनके भांजे के सभी टीके लग चुके हैं। अब वह और उनका परिवार बच्चे के स्वास्थ्य प्रति निश्चिंत हैं। जीवनीमंडी निवासी 25 रोजी बताती हैं कि उनका बेटा प्रशांत पहले टीके लगवाते समय काफी परेशान हो जाता था, वह काफी ज्यादा रोता था और उसके बाद डर की वजह से उसकी तबियत भी खराब हो जाती थी। जबसे एमआईसी में जाकर टीके लगवाना शुरू किया है, तबसे वह हंसते हुए खिलौनों के साथ खेलते हुए टीके लगवा लेता है। टीके लगवाने के बाद उसकी तबियत भी पहले की तरह खराब नहीं होती है। रोजी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा यह काफी अच्छी पहल की गई है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि मॉडल इम्युनाइजेशन सेंटर (एमआईसी) के माध्यम से शहरी टीकाकरण में आने बाली चुनौतियों का समाधान किया जा रहा हैं शहरी क्षेत्रों में माता-पिता दोनों ही कामकाजी होते हैं इसलिए अभिभावकों शहरी क्षेत्रों में आयोजित हो रहे टीकाकरण सत्र के बारे में कम जानकारी होती हैं और समय से टीकाकरण न होने के कारण बच्चों में जानलेवा बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। आदर्श टीकाकरण केंद्र (एमआईसी) लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए उच्च-गुणवत्ता वाली टीकाकरण सेवाएँ प्रदान करते हैं। ये केंद्र परिवारों के लिए सुविधाजनक और सुलभ हैं। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. उपेंद्र कुमार ने बताया कि जनपद में अप्रैल 2025 में लोहामंडी व जीवनीमंडी नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एमआईसी का शुभारंभ किया गया था। पिछले वित्तीय वर्ष 2024- 25 में पूर्ण प्रतिरक्षित बच्चों की संख्या 74% थी, जो अप्रैल 2025 से अक्टूबर 2025 तक पूर्ण प्रतिरक्षित बच्चों की संख्या 85% हो गई है ।शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लोहा मंडी द्वितीय की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुमन श्रीवास्तव ने बताया कि एमआईसी में अब बच्चे आराम से हंसते-खेलते हुए टीके लगवा रहे हैं। एमआईसी में सहयोगात्मक पर्यवेक्षक जेएसआई संस्था के तकनीकी सहयोग से किया जा रहा है। शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जीवनीमंडी की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. मेघना शर्मा ने बताया कि एमआईसी में प्रशिक्षित कर्मचारियों के माध्यम से एक स्वागतयोग्य, माँ और बच्चे के अनुकूल वातावरण में उच्च-गुणवत्ता वाली सेवाएँ प्रदान की जा रही हैं। रिपोर्ट मोहित गुप्ता 151022222
