उत्तर प्रदेश। उत्तर प्रदेश सफाई मजदूर एकता मंच ने नगर निगम प्रशासन को 72 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। मंच के पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों का समाधान नहीं किया गया, तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। मंच के जिला अध्यक्ष कामरेड उत्तमचंद सहजना ने कहा कि नगर निगम प्रशासन आउटसोर्स कर्मचारियों के साथ भेदभाव कर रहा है। कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन, बोनस, स्वास्थ्य बीमा और जीवन सुरक्षा बीमा जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं दी जा रही हैं। महानगर अध्यक्ष प्रीतम सिंह और ड्राइवर यूनियन महामंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि उनकी मांगें जायज़ हैं और उम्मीद है कि प्रशासन इन पर विचार करेगा। उन्होंने चेतावनी दी कि मांगों का समाधान नहीं होने पर आंदोलन की जिम्मेदारी नगर निगम प्रशासन की होगी।
मंच की प्रमुख मांगें:
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आउटसोर्स कर्मचारियों को आउटसोर्स सेवा निगम में शामिल कर न्यूनतम वेतन प्रदान किया जाए।
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संविदा और आउटसोर्स कर्मचारियों को बोनस का भुगतान किया जाए।
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सभी कर्मचारियों को 5 लाख का स्वास्थ्य बीमा प्रमाण पत्र दिया जाए।
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सभी कर्मचारियों को 2 लाख का जीवन सुरक्षा बीमा प्रमाण पत्र दिया जाए।
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राष्ट्रीय और धार्मिक पर्वों पर कर्मचारियों को अवकाश दिया जाए।
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दुर्घटना होने पर मृतक आश्रितों को 35 से 40 लाख का सरकारी अनुदान दिया जाए।
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लंबे समय से कार्यरत कर्मचारियों को स्थाई किया जाए।
पदाधिकारी गण:
कामरेड उत्तमचंद सहजना, प्रीतम सिंह, अजय चौधरी, जितेंद्र सिंह, राजवीर सिंह, हरि गोपाल ठाकुर, दिलीप ठाकुर, छोटू चौहान, धर्मेश खरे, ज्वाला सिंह, संजू सैनी, विक्रांत चौहान, सनी प्रधान, बृजेश चौधरी, गौरव चौहान, संजय चौधरी, पंकज चौधरी, दलबीर सिंह, मुकेश राणा सहित समस्त पदाधिकारी। रिपोर्ट नन्द किशोर शर्मा 151170853

