कंपनियाँ बेवक़ूफ़ बनाकर थार के किसानों की जमीन पर सोलर लगा रही है। मै कहता हूँ केर के बगीचे क्यों नहीं लगाते हो बिना पानी इतने फल देगा कि मालामाल हो जाओगे।साल में तीन से चार बार तो पक्का फल देगा एक केर।दूसरी ऐसी कोई बागवानी नहीं है जो चार बार फल दे।साथियों आपके गांव के ओरण में केर है तो उसकी रक्षा कीजिए।विलायती बबूल हटा दीजिए बाकी कोई पेड़ नहीं लगाने की जरूरत होगा।
सरकार की एक पेड़ मां के नाम पर जो नीति चल रही है उसमें कई बेवक़ूफ़ सरपंच केर कटा कर करंज ओर शीशम लगा रहे है जो कि विलायती पेड़ है सब के सब विलायती बबूल के समान हैं।इसलिए रोकिये ऐसे मूर्ख सरपंचो को।मैने कई ऐसे ओरण देखे हैं फोटो लिए हैं जहां सरंपच ने केर कटाकर इकट्ठा कर दिए ओर वहां करंज शीशम लगा दिये।नाम ले लूंगा तो बेज्जतीहो जायेगी पर आप जानते ही होंगे।
सरकार को तो टारगेट पूरा करना है पेड़ लगाने का।सरकारी स्कूल के बच्चों को टारगेट दे दिया था एक बच्चा दस पेड़ लगाये अरे पांचवी क्लास में पढ़ने वाला बच्चा दस पेड़ लगाकर कैसे बड़ा करेगा।
इससे बेहतर तुम नेता पेड़ों की कटाई रोको ना।इसलिए किसी नेता के पेड़ लगाओ कार्यक्रम की हिस्सा ना बने ये मूर्ख बनाते है।रात में खेजड़ी कटाकर ज़मींदोज़ करवाते है ओर दिन में एक पेड़ मां के नाम लगाते है।आक थू है ऐसे नेताओं पर। सवाल करो इनसे जब भी मौका मिले डरना कैसा।चापलूसी क्यों करनी है इनकी सीधा सवाल करो।आंखे फाड़ फाड़कर देखते रहने चाहिए ये ठग नेता ओर मंत्री आपके सवाल के जवाब में।
