मध्य प्रदेश राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत टीबी मरीजों को अतिरिक्त पोषण सहायता प्रदान करने के लिये प्रधानमंत्री जी के आव्हान पर प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान का संचालन किया जा रहा है। जिले में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ जे.एस यादव के निर्देशन में एवं जिला क्षय अधिकारी डॉ डी. के शर्मा की निगरानी में इस अभियान का संचालन जिले में किया जा रहा है। जिले में टीबी का इलाज से रहे टीबी मरीजों को शासन की निक्षय पोषण योजना के तहत 1000 रू. प्रतिमाह की सहायता राशि प्रदान की जाती है। इसके अतिरिक्त टीबी मरीजो को पोषण सहायता प्रदान करने हेत नि-क्षय मित्र अभियान चलाया जा रहा है जिसके अंतर्गत कोई भी इच्छुक व्यक्ति नि-क्षय मित्र बनकर टीबी मरीज की 06 माह तक भोजन, पोषण या अन्य आवश्यक सहयोग की जिम्मेदारी ले सकते है।
नि-क्षय मित्र बनने के लिये नि-क्षय पोर्टल पर अपनी जानकारी अद्यतन कर पंजीकरण किया जा सकता है तथा पंजीकरण उपरात अपने नजदीकी क्षेत्र में टीबी की बीमारी का इलाज ले रहे किसी मरीज की सहायता उसका नि-क्षय मित्र बनकर कर सकते है।
नि-क्षय मित्र अभियान के अंतर्गत जिला क्षय केन्द्र मिग्ड में न्यायाधीश के माननीय श्री कौशल किशोर वर्मा जिला विधिक प्राधिकरण सचिव महोदया सुश्री अनुभूति गुप्ता विधिक सेवा लीगल एवं विधिक प्रमुख श्री हनुमत बौहरे भारत विकास परिषद से श्री राजमणि शर्मा, श्री राजीव त्रिपाठी, श्री. आकाश सैथिया, श्री जयप्रकाश शर्मा ने नि-क्षय मित्र बनकर जिले के 30 टीबी मरीजों को पोषण सहायता अंतर्गत फूड बास्केट प्रदान की।
जिला विधिक प्राधिकरण सचिव सुश्री अनुभूति गुप्ता ने आज जिला क्षय केन्द्र पर आयोजित विधिक साक्षरता अभियान के अंतर्गत विधिक सेवा की जानकारी देते हुये बताया कि जिला विधिक प्राधिकरण के द्वारा जिले में कोई भी व्यक्ति न्यायिक सहायता निःशुल्क प्राप्त कर सकता है। साथ ही सभी को अपने न्यायिक अधिकारों के प्रति जागरूकत रहने की सलाह दी।
इस मौके पर जिला न्यायाधीश माननीय श्री कौशल किशोर वर्मा ने बताया कि टीबी एक गभीर बीमारी है, मगर लाइलाज बीमारी नहीं है। अगर टीबी का इलाज नियमानुसार लिया जाये तो इसे पूर्ण रूप से ठीक किया जा सकता है।
जिले में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि श्निक्षय मित्र अभियानश् एक ऐसा अनोखा प्रयास है. जिसमें समाज के हर वर्ग के लोग व्यापारी अधिकारी सामाजिक संगठन, छात्र, आम नागरिक सब मिलकर टीबी मरीजों की मदद कर सकते हैं।
इस मौके पर जिला क्षय अधिकारी डॉ डी के शर्मा ने बताया कि आज हमने यहाँ पर नव-पंजीकृत टीबी मरीजों को फूड बारकंट वितरित किए हैं। इन फूड बास्केट में अनाज, दाल भुने हुये चने मूंगफली तथा अन्य पौष्टिक सामग्री दी गई है ताकि मरीजों को उचित पोषण मिल सके और उनका शरीर इस बीमारी से लड़ने के लिए मजबूत बन सके। टीबी पूरी तरह से ठीक होने वाली बीमारी है, बशर्ते समय पर दवा एवं पोषण टीबी मरीज को निस्तर रूप से मिलता रहे। आप किसी मरीज को अपना निक्षय मित्र बनाकर उसकी 6 महीने तक भोजन, पोषण, या अन्य आवश्यक सहयोग की जिम्मेदारी ले सकते हैं। सतीश शर्मा की रिपोर्ट
