इस स्मार्ट ट्रान्सफर स्टेशन के लिए आईसीआईसीआई बैंक एवं आईसीआईसीआई फाउन्डेशन ने सीएसआर के तहत 1.28 करोड़ रुपये की धनराशि से दो कैप्सुल, दो काम्पैक्टर, एक स्टेटिक मशीन और एक हुक लोडर प्रदान किया है। इस स्टेशन के माध्यम से आदमपुर जोन, कोतवाली जोन और अन्य क्षेत्रों से निकलने वाले कूड़े को आधुनिक मशीनों के जरिए सीधे प्लांट तक पहुंचाया जाएगा, जिससे कूड़े का बिखराव नहीं होगा।
इस ट्रान्सफर स्टेशन की 60 टन क्षमता के अंतर्गत घरों और प्रतिष्ठानों से निकलने वाले कूड़े को कैप्सुल में काम्पैक्ट कर हुक लोडर के माध्यम से करसड़ा, रमना स्थित प्लांट पर निस्तारण के लिए भेजा जाएगा। इससे शहर में कहीं भी कूड़ा गिरा हुआ नहीं दिखेगा। यह स्मार्ट ट्रान्सफर स्टेशन उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद और गोरखपुर के बाद वाराणसी में स्थापित किया गया है।
महापौर ने इस अवसर पर पूजा कर तथा फीता काटकर स्मार्ट ट्रान्सफर स्टेशन का शुभारम्भ किया। आईसीआईसीआई फाउन्डेशन के प्रोजेक्ट मैनेजर अविनाश सिन्हा ने हुक लोडर की चाबी महापौर को सौंपी। उन्होंने बताया कि आईसीआईसीआई फाउन्डेशन अपने सीएसआर के तहत कई अन्य सामाजिक कार्य भी कर रहा है।
महापौर ने कहा कि नगर निगम वाराणसी क्षेत्र में कुल 23 बड़े ढलावघर थे, जिनमें से 20 को समाप्त कर स्मार्ट ट्रान्सफर स्टेशन बना दिया गया है। शेष तीन को भी अगले एक माह में समाप्त कर दिया जाएगा। उन्होंने परिसर में वाहन पार्किंग स्थल, वृक्षारोपण और धनेसरा तालाब के सौन्दर्यीकरण के कार्य शीघ्र पूर्ण कराने के निर्देश दिए।
महापौर ने इस कार्य के पूर्ण होने पर नगर निगम प्रशासन और आईसीआईसीआई फाउन्डेशन की सराहना की और सहयोग का आश्वासन दिया। इस उद्घाटन समारोह में भाजपा उपनेता सुरेश कुमार चौरसिया, अपर नगर आयुक्त सविता यादव, महाप्रबन्धक जलकल अनूप सिंह, जोनल स्वच्छता अधिकारी रवि चन्द्र निरंजन, आईसीआईसीआई बैंक और आईसीआईसीआई फाउन्डेशन के जोनल हेड दिग्विजय सिंह, प्रोजेक्ट मैनेजर अविनाश सिन्हा, मैनेजर स्कंद तिवारी, ज्ञानेन्द्र कुमार, नवीन सिंह आदि उपस्थित थे।
