फास्ट न्यूज इंडिया यूपी लखीमपुर खीरी के मैलानी–पलिया–बेलरायां होकर नानपारा तक रेल सेवा दोबारा शुरू करने और मीटर गेज को ब्रॉड गेज में बदलने की मांग को लेकर शनिवार को पलिया रेलवे स्टेशन पर सैकड़ों लोग जुटे। किसानों, मजदूरों, भाकपा माले कार्यकर्ताओं और भोजपुरी समाज के सदस्यों ने धरना देकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। धरना स्थल पर रेल नहीं तो वोट नहीं के नारे भी गूंजते रहे। सुबह से ही आसपास के तमाम गांवों के लोग हाथों में तख्तियां और बैनर लेकर स्टेशन पर जुटने लगे। नारे गूंजते रहे कि रेल नहीं तो वोट नहीं, रेल सेवा बहाल करो, गरीबों की आवाज मत दबाओ। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि यह आंदोलन केवल रेल सेवा बहाली के लिए नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र के विकास और आजीविका से जुड़ी जरूरतों को लेकर है। भाकपा माले की केंद्रीय कमेटी सदस्य कृष्णा अधिकारी ने कहा कि सरकार योजनाबद्ध तरीके से पलिया क्षेत्र को डूब क्षेत्र घोषित कर विकास को रोकना चाहती है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर रेल सेवाएं बहाल नहीं की गईं तो आंदोलन और व्यापक होगा। राष्ट्रीय भोजपुरी महासभा के समाज के नेता अजय तिवारी,लल्लन गोंड ने कहा कि पहले लोग कम किराए में ट्रेन से लखनऊ और नानपारा तक सफर कर पाते थे, लेकिन अब बसों में कई गुना किराया देना पड़ रहा है। व्यापार ठप हो रहा है और किसानों को गन्ना मंडियों तक पहुंचने में कठिनाई हो रही है। क्षेत्र से रेल संचालन बंद करना आमजन और व्यापारियों के हितों पर सीधा प्रहार है। किसान नेताओं मंजीत सिंह और महेंद्र सिंह ने गन्ना मूल्य भुगतान में देरी समेत किसानों की समस्याएं उठाईं और गन्ना मूल्य भुगतान में देरी व कृषि उपज के परिवहन में आ रही रुकावटों को भी प्रमुख मुद्दा बताया। इसके अलावा राष्ट्रीय भोजपुरी महासभा एव ऐपवा के जिला अध्यक्ष आरती राय, कमरुद्दीन कादरी, लल्लन प्रसाद गोंड संतोष राणा, अमरिक सिंह, चौथी प्रसाद, दिपनारायण मौर्य, चंद्र भूषण मिश्रा, सोनू शर्मा ,ओरी लाल, श्री किशुन, पहवारी राय, गूडडू गोसाई, गिरीश चंद्र त्रिपाठी, सनोवर अली, शिव दयाल रामध्यान, ओमप्रकाश कमाल अहमद इत्यादि लोग मौजूद रहें रामकिशुन, विनोद कुमार गुप्ता, संघर्ष समिति संयोजक कमलेश राय, जवाहरलाल, लल्लन प्रसाद गोंड, अमरिक सिंह लक्ष्मण प्रसाद समेत कई वक्ताओं ने आम जनता की परेशानियों को खुलकर रखा। धरना स्थल पर सीओ यादवेंद्र यादव के साथ पहुंचे एसडीएम डॉ. अवनीश कुमार ने आंदोलनकारियों से ज्ञापन लिया और भरोसा दिया कि उनकी मांगों को रेल मंत्री तक पहुंचाया जाएगा। एसडीएम ने कहा कि जिला प्रशासन भी इस समस्या को गंभीरता से देख रहा है और जल्द ही समाधान की दिशा में कदम उठाएगा। प्रदर्शनकारियों ने साफ कहा कि जब तक ट्रेन सेवाएं बहाल नहीं की जातीं और मीटर गेज को ब्रॉड गेज में परिवर्तित कर आधुनिक रेल सुविधाएं शुरू नहीं की जातीं, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
धरना प्रदर्शन के दौरान किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पलिया रेलवे स्टेशन पर भारी पुलिस बल तैनात रहा। थानाध्यक्ष पंकज त्रिपाठी, चौकी इंचार्ज देवनारायण, पीएसी और आरपीएफ के जवानों ने पूरे इलाके में सुरक्षा घेरेबंदी की।
रेल सेवाएं बंद होने से बढ़ा रोष
मालूम हो कि इन दिनों मैलानी से पलिया–बेलरायां होकर नानपारा तक जाने वाली सभी ट्रेनें भीरा–पलिया के बीच अतरिया गांव के पास जल रिसाव के कारण अस्थायी रूप से बंद हैं। इससे स्थानीय नागरिकों को लंबे समय से भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। नगर के अनेक दुकानदारों ने अपनी दुकानों के आगे रेल नहीं तो वोट नहीं के बैनर लगा कर विरोध जताया है। सोशल मीडिया पर भी लोग लगातार अपनी नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं और सरकार से शीघ्र कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
ट्रेन सेवाएं बहाल न होते तक जारी रहेगा आंदोलन
लखीमपुर खीरी। ट्रेनों का संचालन बंद होने का सबसे अधिक असर तिकुनिया, बेलरायां और पलिया क्षेत्र में पड़ रहा है। लोगों को आने-जाने में तीन गुना अधिक किराया जहां देना पड़ता है। वहीं उन्हें काफी समय खराब करना पड़ता है। ट्रेनों का संचालन बहाल करने और ब्रॉडगेज की मांग को लेकर पूरे तराई इलाके के लोग आंदोलनरत हैं। बेलरायां, तिकुनिया में भी लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं। हाल ही में बेलराया में आयोजित हुई नया सवेरा गांजर विकास संगठन की महापंचायत में हजारों लोगों की भीड़ जुटी थी। लोग सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मों पर भी ट्रेनों के संचालन और ब्रॉडगेज की मांग कर रहे हैं। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती है। आंदोलन जारी रहेगा।
