एशिया कप 2025 के फाइनल में रोमांच और जुनून चरम पर रहा। टीम इंडिया ने अपने चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को पांच विकेट से हराकर इतिहास रच दिया। इस जीत के साथ भारत ने रिकॉर्ड नौंवी बार एशिया कप की ट्रॉफी अपने नाम की और एक बार फिर साबित कर दिया कि एशियाई क्रिकेट में उसका दबदबा कायम है।
भारत की बादशाहत बरकरार
सूर्यकुमार यादव के नेतृत्व में टीम इंडिया इस टूर्नामेंट में अजेय रही और लगातार सातवीं जीत के साथ खिताब अपने नाम किया। इसी के साथ 'मिस्टर 360' के नाम से मशहूर सूर्यकुमार ने बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली। वह सुनील गावस्कर और मोहम्मद अजहरुद्दीन जैसे दिग्गजों की एलीट सूची में शामिल हो गए, जिनकी कप्तानी में भारत एशिया का बादशाह बनने में कामयाब रहा।
नौवीं बार भारत जीता ट्रॉफी
एशिया कप की शुरुआत 1984 में हुई थी। 2016 में पहली बार यह टूर्नामेंट टी20 प्रारूप में खेला गया। भारतीय टीम सबसे ज्यादा बार इस टूर्नामेंट का खिताब जीतने वाली टीम है। भारत ने नौवीं बार एशिया कप की ट्रॉफी अपने नाम की। वहीं, पाकिस्तान ने सिर्फ दो बार खिताब अपने नाम किया जबकि श्रीलंका ने छह बार एशिया कप की ट्रॉफी उठाई है। दिलचस्प बात यह है कि रविवार से पहले एशिया कप के 41 साल के इतिहास में कभी भी भारत-पाकिस्तान का फाइनल में आमना-सामना नहीं हुआ था। लेकिन इतिहास पलटा और भारत ने चिर प्रतिद्वंद्वी टीम को एशिया कप 2025 में लगातार तीसरी बार हराकर खिताब जीता।
1984- सुनील गावस्कर
एशिया कप के पहले संस्करण का खिताब भारत ने ही जीता था। शारजाह में खेले गए खिताबी मुकाबले में टीम की अगुवाई सुनील गावस्कर कर रहे थे। भारत ने पहले बल्लेबाज करते हुए 46 ओवर में चार विकेट पर 188 रन बनाए थे। इस मैच में सुरिंदर खन्ना ने जोरदार अर्धशतकीय पारी खेली थी। जवाब में पाकिस्तान की टीम 39.4 ओवर में 134 के स्कोर पर ऑलआउट हो गई थी। भारत ने यह मुकाबला 54 रन से जीतकर खिताब अपने नाम किया था।
1988 - दिलीप वेंगसरकर
भारत ने दूसरा खिताब 1988 में जीता था। श्रीलंका के खिलाफ खेले गए फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम ने छह विकेट से जीत दर्ज कर ट्रॉफी अपने नाम की थी। उस वक्त टीम के नेतृत्व दिलीप वेंगसरकर ने किया था। ढाका के बंगबंधु राष्ट्रीय स्टेडियम पर खेले गए मुकाबले में श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 43.2 ओवर में 10 विकेट पर 176 रन बनाए थे। जवाब में भारतीय टीम ने नवजोत सिंह सिद्धू और दिलीप वेंगसरकर की अर्धशतकीय पारियों के दम पर 37.1 ओवर में चार विकेट पर 180 रन बनाए और मुकाबला अपने नाम किया था।
1990/91- मोहम्मद अजहरुद्दीन
भारत ने तीसरी बार एशिया कप का खिताब मोहम्मद अजहरुद्दीन के नेतृत्व में जीता था। चार जनवरी, 1991 को कोलकाता में श्रीलंका के खिलाफ खेले गए फाइनल मुकाबले श्रीलंका ने 205 रनों का लक्ष्य भारत के सामने रखा था। जवाब में भारतीय टीम ने 42.1 ओवर में तीन विकेट पर 205 रन बनाकर सात विकेट से मुकाबला जीत लिया था।
1995- मोहम्मद अजहरुद्दीन
भारत को चौथी बार भी मोहम्मद अजहरुद्दीन ने ही एशिया कप का खिताब जिताया था। दिलचस्प बात यह है कि इस मैच में भी भारत का सामना श्रीलंका से हुआ था। शारजाह में खेले गए खिताबी मैच में श्रीलंका ने 50 ओवर में सात विकेट पर 230 रन बनाए थे। जवाब में भारत ने मोहम्मद अजहरुद्दीन (90) और नवजोत सिंह सिद्धू (84) की अर्धशतकीय पारियों के दम पर 41.5 ओवर में दो विकेट पर 233 रन बनाकर आठ विकेट से जीत दर्ज की थी।
2010 - महेंद्र सिंह धोनी
भारत को अपने पांचवें एशिया कप खिताब के लिए 15 साल इंतजार करना पड़ा था। 2010 में टीम को महेंद्र सिंह धोनी ने चैंपियन बनाया था। दंबुल्ला में श्रीलंका के खिलाफ खेले गए मुकाबले में भारतीय टीम ने 50 ओवर में छह विकेट पर 268 रन बनाए थे। जवाब में श्रीलंका की टीम सिर्फ 187 रन पर ही ढेर हो गई थी।
2016 - महेंद्र सिंह धोनी
2016 में पहली बार यह टूर्नामेंट टी20 प्रारूप में खेला गया था। भारत ने एक बार फिर महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में एशिया कप की ट्रॉफी जीती थी। मीरपुर में खेले गए इस मुकाबले में बांग्लादेश ने 15 ओवर में पांच विकेट पर 120 रन बनाए थे। जवाब में भारत ने शिखर धवन की अर्धशतकीय पारी की बदौलत 13.5 ओवर में दो विकेट पर 122 रन बनाकर मुकाबला अपने नाम किया था।
2018 - रोहित शर्मा
भारतीय टीम ने सातवीं बार एशिया कप का खिताब 2018 में रोहित शर्मा के नेतृत्व में जीता था। दुबई में खेले गए फाइनल मुकाबले में बांग्लादेश ने 48.3 ओवर में 10 विकेट पर 222 रन बनाए थे। जवाब में भारत ने 50 ओवर में सात विकेट पर 223 रन बनाकर तीन विकेट से मुकाबला जीत लिया था।
2023-रोहित शर्मा
आठवीं बार भी भारत रोहित शर्मा के नेतृत्व में ही एशिया कप का चैंपियन बना था। 2023 में श्रीलंका के खिलाफ खेले गए मुकाबले में टीम इंडिया ने 10 विकेट के शेष रहते मुकाबला जीतकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी। इस मैच में श्रीलंका की टीम महज 50 रन पर ऑलआउट हो गई थी। इस मैच में सिराज ने छह विकेट झटके थे।
2025-सूर्यकुमार यादव
भारत ने रविवार को पाकिस्तान पर जीत के साथ रिकॉर्ड नौंवी बार एशिया कप की ट्रॉफी अपने नाम की। मैच की शुरुआत में टॉस जीतकर भारतीय कप्तान ने पहले गेंदबाजी का फैसला लिया और यह निर्णय पूरी तरह सही साबित हुआ। स्पिन गेंदबाज कुलदीप यादव ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पाकिस्तान की मजबूत बल्लेबाजी क्रम को ध्वस्त कर दिया और पूरी टीम को महज 146 रन पर समेट दिया। लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम ने शुरुआत में कुछ झटके जरूर खाए, लेकिन युवा बल्लेबाज तिलक वर्मा ने शानदार जिम्मेदारी निभाई। उन्होंने 53 गेंदों पर तीन चौकों और चार गगनचुंबी छक्कों की मदद से नाबाद 69 रन ठोकते हुए जीत की मजबूत नींव रखी। आखिरी पलों में जब भारत को जीत के लिए कुछ ही रन चाहिए थे, तब रिंकू सिंह ने चौका लगाकर टीम को विजय दिलाई। ड्रेसिंग रूम में बैठे खिलाड़ी और मुख्य कोच गौतम गंभीर भी अपनी खुशी रोक नहीं पाए। मैदान पर बल्ला लहराते तिलक और मायूस चेहरों के साथ खड़े पाकिस्तानी खिलाड़ियों की तस्वीर ने इस ऐतिहासिक फाइनल को और भी यादगार बना दिया।
