क्या नाग-नागिन बदला भी लेते हैं?
ये बात सच नहीं है, क्योंकि सांप किसी भी घटना को याद ही नहीं रख पाते हैं। इनके दिमाग में वो हिस्सा होता ही नहीं है, जहां पुरानी यादें एकत्र होती हैं।
सांप बार-बार अपनी जीभ बाहर निकालते हैं और वे एक विशेष प्रकार का रसायन छोड़ते हैं, जिससे दूसरे सांपों को संकेत मिलता है। इस संकेत की मदद से सांप एक-दूसरे से संवाद करते हैं।
जब कोई इंसान किसी सांप को मार देता है तो सांप अपने मुंह से। एकदम बहुत सारा रसायन छोड़ देता है। जिसे सूंघते हुए उस क्षेत्र में मौजूद अन्य सांप वहां पहुंच जाते हैं। लोग समझते हैं कि ये सांप बदला लेने आए हैं।
अगर किसी व्यक्ति ने सांप को मारा है और उसका खून इंसान के कपड़ों पर लग गया है तो उस खून की गंध को सूंघते हुए अन्य सांप उस व्यक्ति का पीछा जरूर कर सकते हैं।
