हरदोई: टड़ियावां क्षेत्र में चकबंदी प्रक्रिया पर उठे सवाल, किसानों की जमीन से जुड़े नंबर गायब
ग्राम सैंचामऊ (मजरा शाहपुर मुगल) व ग्राम पंचायत पुरवा देवरिया में चकबंदी को लेकर ग्रामीणों में रोष
हरदोई, उत्तर प्रदेश —
विकासखंड टड़ियावां के अंतर्गत आने वाले गांवों सैंचामऊ (मजरा शाहपुर मुगल) और पुरवा देवरिया में बीते 16 वर्षों से चल रही चकबंदी प्रक्रिया में धांधली के आरोप सामने आ रहे हैं। स्थानीय किसानों और ग्रामीणों ने प्रशासन पर आरोप लगाया है कि चकबंदी के नाम पर उनकी जमीन के गाटा नंबरों को खतौनी से हटा दिया गया है, जिससे उन्हें भविष्य में अपनी जमीन पर हक जताना मुश्किल हो जाएगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सुरेश चरण पुत्र राजा चरण का खेत गाटा संख्या 255, जो कि उनके ही कब्जे में है, उसे इंतखाब, खसरा और खतौनी रिकॉर्ड से अचानक हटा दिया गया है। प्रार्थी का स्पष्ट आरोप है कि यह सब कुछ कुछ दबंग व प्रभावशाली लोगों के इशारे पर किया जा रहा है, जो चकबंदी की आड़ में गरीब किसानों की जमीन हड़पना चाहते हैं।
ग्रामीण नहीं चाहते चकबंदी
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि वे चकबंदी प्रक्रिया का विरोध करते आ रहे हैं, लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों और कुछ बिचौलियों की मिलीभगत से यह जबरन थोपी जा रही है। चकबंदी को लेकर कई बार अधिकारियों से तीखी झड़पें भी हो चुकी हैं, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है।
प्रदर्शन और प्रमाण
इस मामले में मौके पर सुरेश चरण पुत्र राजा चरण सहित कई ग्रामीण उपस्थित रहे और उन्होंने मांग की कि:
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चकबंदी की प्रक्रिया को तत्काल प्रभाव से रोका जाए।
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गायब किए गए गाटा नंबर और भूमि रिकॉर्ड को पुनः बहाल किया जाए।
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इस अनियमितता की उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाए।
प्रशासन की चुप्पी
अब तक चकबंदी विभाग या संबंधित अधिकारियों की ओर से कोई ठोस बयान सामने नहीं आया है। ग्रामीणों की मांग है कि जिले के उच्च अधिकारियों को इस मामले में हस्तक्षेप कर न्याय दिलाना चाहिए। देखे टड़ियावां से सरोज तिवारी हरदोई की रिपोर्ट 151171104
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