वाराणसी। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के साथ पुनरुद्धार वितरण क्षेत्र योजना (आरडीएसएस) के तहत स्वीकृत 881 करोड़ के कार्यों को कराने के लिए एलएंडटी के बीच अनुबंध हो गया है। अब कार्यदायी संस्था ने सर्वे शुरू कर दिया है। अक्टूबर तक सर्वे पूरा होने के बाद बिजली के तार अंडरग्राउंड कराने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इसके साथ ही स्काडा के तहत कंट्रोल रूम बनेगा। कंट्रोल रूम से 57 बिजली घर जोड़े जाएंगे। बिजली घरों के कंट्रोल रूम से जुड़ने के बाद फाल्ट के साथ ही किस ट्रांसफार्मर पर लोड बढ़ा है, इसकी जानकारी आसानी से मिल जाएगी। जुलाई 2027 तक एलएंडटी को आरडीएसएस योजना के तहत स्वीकृत कार्य पूरे कराने हैं।
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निदेशक तकनीकी जितेन्द्र नलवाया ने बताया कि आरडीएसएस योजना के तहत दो हजार किलोमीटर की एलटी लाइन को अंडरग्राउंड कराया जाएगा। साथ ही 33 केवी की 41.74 किलोमीटर लाइन और 11 केवी की 126.40 किलोमीटर के बिजली के तार अंडरग्राउंड होंगे।
संकरी गलियों में अंडरग्राउंड केबलिंग कराए जाने के सवाल पर बताया कि अभी सर्वे चल रहा है, रिपोर्ट आने के बाद कहां पर कैसे कार्य कराना है यह तय हो जाएगा। अभी इतना कह सकते हैं कि जहां पर गलियां संकरी होंगी वहां पर पाइप डालकर अंडरग्राउंड केबलिंग होगी और जहां पर सड़क किनारे जगह मिलेगी वहां पर ओपन ट्रेंच से कार्य पूरा कराया जाएगा। बताया कि अभी तक शहर में लगी 4639 स्ट्रीट लाइटों को चिह्नित किया गया है, जिन्हें अंडरग्राउंड केबल से जोड़ दिया जाएगा। ट्रैफिक में बाधक 23 पोल भी रास्ते से हटाए जाएंगे। अंडरग्राउंड केबलिंग के दौरान रास्ते में अवरोध पैदा करने वाले ट्रांसफार्मर सड़क किनारे एक साइड में किए जाएंगे ताकि कोई गतिरोध न हो। जल्द ही शहर क्षेत्र में बिजली के खंभों पर लटकते तार नहीं दिखेंगे।
