वाराणसी। शहर के विकास में जल परिवहन नए सिरे से विकास की गाथ रच रहा है। इसी कड़ी में रविवार सुबह नगर स्थित मल्टी माडल टर्मिनल से होमी भाभा मालवाहक जलयान 300 टन सीमेंट और 100 टन सफेद पुट्टी लेकर शहाबगंज टर्मिनल के लिए रवाना हुआ। इस अवसर पर कोच परिवहन मंत्रालय के सचिव टीके रामचन्द्रन और मंडलायुक्त एस राजलिंगम जलयान को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह मालवाहक जलयान मध्य प्रदेश के कटनी स्थित स्टोर से लाए गए सीमेंट और पुट्टी को लेकर जा रहा है, जिसे गत शुक्रवार और शनिवार को जर्मन क्रेन की सहायता से कार्गो में लोड किया गया। इस दौरान कोच परिवहन विभाग के सचिव टी के रामचन्द्रन, मंडलायुक्त वाराणसी एस राजलिंगम,डीएम वाराणसी सत्येंद्र कुमार, डीएम चंदौली चंद्र मोहन गर्ग, निदेशक मल्टी मॉडल टर्मिनल संजीव कुमार व उपनिदेशक मल्टी मॉडल टर्मिनल आर सी पाण्डेय मौजूद रहे जलयान का यह सफर झारखंड के साहिबगंज टर्मिनल पर समाप्त होगा, जहां से माल को सड़क मार्ग से पश्चिम बंगाल के विभिन्न शहरों जैसे सिलीगुड़ी, मालदा टाउन और कृष्णा नगर भेजा जाएगा। आइडब्लूएआइ के डायरेक्टर संजीव कुमार ने बताया कि जल परिवहन व्यवस्था उद्यमियों के विकास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी।
जल परिवहन के माध्यम से माल की ढुलाई में तेजी आएगी और लागत में भी कमी आएगी, जिससे व्यापारियों को लाभ होगा। यह कदम न केवल स्थानीय उद्योगों को सशक्त करेगा, बल्कि क्षेत्रीय विकास में भी सहायक सिद्ध होगा। जल परिवहन की इस नई व्यवस्था से पर्यावरण पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा, क्योंकि यह सड़क परिवहन की तुलना में अधिक पर्यावरण अनुकूल है। यह पहल सरकार की विकास योजनाओं का एक हिस्सा है, जिसका उद्देश्य देश के विभिन्न हिस्सों में माल की सुगम और सस्ती ढुलाई सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि जल परिवहन के माध्यम से व्यापारियों को नई संभावनाएं मिलेंगी और यह क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान करेगा। मालवाहक जलयान की यह यात्रा न केवल व्यापारिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह जल परिवहन के क्षेत्र में एक नई शुरुआत भी है। इससे न केवल माल की ढुलाई में सुधार होगा, बल्कि यह स्थानीय उद्योगों को भी प्रोत्साहित करेगा।
इस प्रकार, होमी भाभा मालवाहक जलयान की यह यात्रा एक नई दिशा में कदम बढ़ाने का प्रतीक है, जो न केवल व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा देगा, बल्कि क्षेत्रीय विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस पहल के माध्यम से सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह जल परिवहन को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे देश की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया जा सके। वाराणसी का यह जलमार्ग व्यापारियों को भी राहत देगा।
