मध्य प्रदेश पिछोर। पिछोर से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बेतवा नदी पर बना माता टीला बांध आज न सिर्फ सिंचाई और बिजली उत्पादन का महत्वपूर्ण केंद्र है, बल्कि एक लोकप्रिय पर्यटक स्थल भी बन चुका है। यह ऐतिहासिक बांध वर्ष 1958 में मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमा पर निर्मित किया गया था। माता टीला बांध की विशेषता यह है कि इसमें 10.2 मेगावाट क्षमता की विद्युत उत्पादन इकाई स्थापित की गई है, जो आसपास के क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति में सहायक सिद्ध हो रही है। यह क्षेत्र तकनीकी दृष्टि से भी एक आदर्श उदाहरण माना जाता है जहां जल संसाधनों का बहुउपयोग (बिजली, सिंचाई और पर्यटन) किया जा रहा है।
बांध के पास बना मनोरम दृश्य, हरियाली और शांत वातावरण पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। यहां देश के विभिन्न हिस्सों से पर्यटक आते हैं और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेते हैं। सप्ताहांत और अवकाश के दिनों में यहां भीड़ विशेष रूप से देखने को मिलती है।
स्थानीय प्रशासन द्वारा पर्यटकों की सुविधा के लिए कई आवश्यक इंतजाम किए गए हैं, जिसमें बैठने की व्यवस्था, खाने-पीने की दुकानें और नाव विहार जैसी गतिविधियां शामिल हैं। माता टीला बांध अब केवल एक जल संरचना नहीं, बल्कि क्षेत्र की आर्थिक, ऊर्जा और पर्यटन क्षेत्र की उन्नति का प्रतीक बन चुका है। देखे पिछोर से राजू जातव की रिपोट 151173825

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