ग्वालियर। दिल्ली से यशवंतपुर जा रही कर्नाटका एक्सप्रेस में खाकी को शर्मसार करने वाली घटना हुई। ट्रेन में तैनात टीटीई से ग्वालियर के एक यात्री ने मारपीट की, तो आगरा जीआरपी के जवानों को दखल देना पड़ा। ट्रेन जब ग्वालियर पहुंची, तो व्यापारी ने अपने स्वजन को बुला लिया और आगरा जीआरपी के दो सिपाहियों के साथ मारपीट कर ग्वालियर जीआरपी के हवाले कर दिया। ग्वालियर जीआरपी ने व्यापारी का साथ दिया और मामले को रफा-दफा करने के बदले आगरा जीआरपी के सिपाहियों से ही 20 हजार रुपये की रिश्वत मांग ली। जैसे ही इस मामले की जानकारी आगरा जीआरपी के आला अधिकारियों को लगी, तो उन्होंने मध्य प्रदेश जीआरपी के अधिकारियों से संपर्क किया।
दोनों सिपाही 11 घंटे तक थाने में बैठे
आगरा जीआरपी के इंस्पेक्टर भी ग्वालियर आए और देर शाम सिपाहियों के साथ मारपीट करने वाले व्यापारी सहित पांच लोगों के खिलाफ आगरा कैंट और ग्वालियर जीआरपी में मामला दर्ज किया गया। दोनों सिपाही 11 घंटे तक थाने में बैठाए रखे गए। कर्नाटका एक्सप्रेस में नई दिल्ली से झांसी तक जीआरपी आगरा का दल चलता है। बुधवार को सिपाही अजय कुमार, गौरव और मोहित कुमार की ड्यूटी थी। टीटीई सुरजन सिंह द्वारा स्लीपर कोच में जांच की जा रही थी। जांच में ग्वालियर के गुढ़ा-गुढ़ी का नाका निवासी कपड़ा कारोबारी प्रदीप भदौरिया के पास साधारण श्रेणी का टिकट मिला।
दोनों पक्षों में हुई गाली-गलौज
इस पर सुरजन ने बेटिकट मानते हुए 400 रुपये का जुर्माना लगा दिया। मथुरा में स्लीपर कोच से उतर साधारण श्रेणी के कोच में सफर करने की बात कही। यह सुनते ही प्रदीप ने नाराजगी जताई। जुर्माना भरने से इनकार कर दिया। इस बीच रात साढ़े 10 बजे ट्रेन मथुरा पहुंच गई। सुरजन और प्रदीप के मध्य विवाद होने लगा। सुरजन ने अजय और गौरव को फोन कर बुला लिया। प्रदीप जीआरपी सिपाहियों से भी भिड़ गया। दोनों पक्षों में गाली-गलौज भी हुई। सिपाहियों ने कंट्रोल रूम में शिकायत दर्ज कराई। इस बीच ट्रेन रात 11:50 बजे आगरा कैंट पहुंच गई। यहां पर प्रदीप को उतारा नहीं जा सका। जैसे ही ट्रेन ग्वालियर के लिए रवाना हुई। प्रदीप ने फोन कर पांच से सात लोगों को स्टेशन पर आने के लिए कहा। रात 12:55 बजे ट्रेन जैसे ही ग्वालियर स्टेशन पहुंची। प्लेटफार्म में धीमी गति से चल रही ट्रेन में स्वजन घुस गए।
वर्दी उतारने तक की धमकी दी
सिपाही अजय और गौरव को प्लेटफार्म पर खींचकर गिरा दिया। दोनों सिपाहियों की जमकर पिटाई की। कई यात्री बचाने आए तो उन्हें दूर रहने के लिए कहा। सिपाहियों को पीटते हुए प्रदीप व उनके स्वजन ग्वालियर जीआरपी थाना लेकर पहुंचे। ड्यूटी पर मौजूद प्रधान आरक्षक दिनेश शर्मा और अमित शर्मा मिले। थाने में प्रदीप ने अजय और गौरव की फिर से पिटाई की। वर्दी उतरवाने तक की धमकी दी। आगरा के एसपी रेलवे ने लिखा भोपाल के एसपी जीआरपी को लिखा- मामले में एसपी रेलवे आगरा अभिषेक वर्मा ने जीआरपी एसपी राहुल लोढ़ा को पत्र लिखकर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी है। पत्र में हवाला दिया गया है कि सिपाहियों के साथ जो व्यवहार किया गया और रुपये मांगे गए, उसे विभाग की छवि धूमिल करने वाला बताया है। एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि मामले की जांच कर कार्रवाई के लिए कहा गया है, क्योंकि आगरा जीआरपी के सिपाही अजय और गौरव को दिनेश शर्मा और अमित शर्मा ने मानसिक रूप से परेशान किया। जेल भेजने की धमकी दी। 11 घंटे तक थाना परिसर में बैठाकर रखा गया। न तो खाना दिया गया और न ही पानी।
आगरा जीआरपी के दो सिपाहियों के साथ ग्वालियर के कारोबारी ने मारपीट की। जीआरपी ग्वालियर ने भी व्यापारी का ही साथ दिया और हमारे सिपाहियों से 20 हजार रुपये वसूल लिए गए। इस संबंध में कारोबारी के खिलाफ आगरा कैंट और ग्वालियर जीआरपी में मामला दर्ज कराया गया है। ग्वालियर जीआरपी के सिपाहियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए वरिष्ठ अधिकारियों ने मध्य प्रदेश जीआरपी के अधिकारियों को पत्र लिखा है। -विकास सक्सेना, इंस्पेक्टर जीआरपी आगरा कैंट कर्नाटका एक्सप्रेस में यात्री ने जीआरपी आगरा के जवानों से अभद्रता की थी। इस मामले में हमने पांच लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की है। मामले की जांच की जा रही है। जहां तक पैसा वसूलने की बात है, तो ऐसा कुछ नहीं है। -बबीता कठेरिया, थाना प्रभारी जीआरपी, ग्वालियर। रिपोट - राजेश शिवहरे 151168597
