फ़ास्ट न्यूज़ इंडिया यूपी आगरा। जनपद में स्वास्थ्य विभाग द्वारा 11 अगस्त को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया जाएगा, जिसमें एक से 19 साल तक के लगभग 21 लाख बच्चों और किशोर-किशोरियों को अल्बेंडाजोल की दवा खिलाई जाएगी। इस दवा के सेवन से कृमि संक्रमण से बचाव होता है और बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार होता है। कृमि संक्रमण से बचाव के लिए स्वच्छता बनाए रखना, साफ पानी पीना और स्वच्छ भोजन करना भी आवश्यक है।मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के अवसर पर अभियान भी संचालित होगा। अभियान के दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों पर एक से 19 साल की उम्र के 21 लाख बच्चों व किशोर-किशोरियों को पेट के कीड़े निकालने की दवा एल्बेंडाजोल खिलाएगी। 14 अगस्त को मॉपअप राउंड चलाया जाएगा, जिसमें दवा खाने से छूटे हुए बच्चों को आच्छादित किया जाएगा।सीएमओ ने बताया कि राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत हर साल दो बार पेट के कीड़े निकालने वाली दवा खिलाई जाती है। पेट में कीड़े होने के चलते बच्चों-किशोरों में खून की कमी हो जाती है। दरअसल कीड़े पूरा पोषण खा जाते हैं और बच्चे कुपोषण के साथ ही एनीमिया का शिकार भी हो जाते हैं। कृमि के कारण बच्चों और किशोर-किशोरियों का मानसिक और शारीरिक विकास बाधित होता है। इसलिए बच्चों व किशोर-किशोरियों को एल्बेंडाजोल की दवा अवश्य खिलाएं।राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान के नोडल अधिकारी डॉ. सुरेंद्र मोहन प्रजापति ने बताया कि इससे पूर्व 10 फरवरी, 2025 को चले अभियान के दौरान अठारह लाख बच्चों व किशोर-किशोरियों को एल्बेंडाजोल की दवा खिलाई गई थी जिसमें दस लाख लड़के और आठ लाख लड़की शामिल थीं। इस बार अभियान में 21 लाख बच्चों व किशोर-किशोरियों को कृमि मुक्ति की दवा दी जाएगी। सोमवार को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मदद से एक से पांच साल तक के बच्चों को दवा दी जाएगी। जबकि स्वास्थ्य विभाग की टीम स्कूलों में छह से 19 साल तक के बच्चों व किशोरों-किशोरियों को शिक्षकों की मदद से दवा खिलाएंगी। उन्होंने कहा कि यह दवा चबाकर खानी है। टीम दवा अपने सामने खिलाएगी। किसी भी बच्चे या परिजन को दवा बाद में खाने के लिए नहीं दी जाएगी।राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन के नोडल अधिकारी डॉ. ऋषि गोपाल ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत एक से पांच साल तक के बच्चों और छह से 19 साल तक स्कूल न जाने वाले बच्चों और घूमंतु व ईंट भट्ठों पर काम करने वाले श्रमिकों के बच्चों को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के माध्यम से एल्बेंडाजोल खिलाई जाएगी। छह से 19 साल तक के स्कूल जाने वाले बच्चों को शिक्षकों के माध्यम से और किशोर जुवेनाइल होम में प्रभारी अधीक्षक के माध्यम से पेट के कीड़े निकालने वाली दवा खिलाई जाएगी।राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला सामुदायिक प्रक्रिया प्रबंधक डॉ. विजय सिंह ने बताया कि एक से दो साल तक के बच्चों को आधी गोली और दो से 19 साल तक बच्चों व किशोरों-किशोरियों को पूरी गोली खिलाई जाएगी। छोटे बच्चों को गोली पीसकर दी जानी है, जबकि बड़े बच्चे गोली चबाकर खा सकेंगे।
एल्बेंडाजोल की टेबलेट खाने से यह होते हैं लाभ--
- कृमि संक्रमण का इलाज
- पाचन तंत्र की सेहत में सुधार
- वजन बढ़ने में मदद
- रक्ताल्पता में सुधार
- सामान्य स्वास्थ्य में सुधार
