फ़ास्ट न्यूज़ इंडिया करोड़ों की लागत से बनी महल रोड इस मानसून की बारिश में सातवीं बार जगह-जगह धंस गई। इससे कई वाहन गहरे गड्ढों में फंस गए। अब नगर निगम आयुक्त जिम्मेदारों पर कार्रवाई की बात कह रहे हैं। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में धंसती और टूटती सड़कों ने शहर का बुरा हाल कर दिया है। हैरानी की बात यह है कि करोड़ों की लागत से बनी महल रोड इस मानसून की बारिश में सातवीं बार जगह-जगह धंस गई। इससे कई वाहन गहरे गड्ढों में फंस गए। अब नगर निगम आयुक्त जिम्मेदारों पर कार्रवाई की बात कह रहे हैं। दरअसल, सोमवार को हुई बारिश से सिंधिया महल के नजदीक बनी नई सड़क धंस गई। बारिश के कारण सड़क में गहरे गड्ढे हो गए, जिनमें भारी वाहन फंस गए। लगभग 18 करोड़ की लागत से महल रोड को खोदकर पानी की लाइन बिछाई गई थी, जिसके चलते करीब छह महीने तक सड़क मार्ग बंद रहा। लेकिन जब सड़क बिछाकर मार्ग खोला गया, तो यह धंसना शुरू हो गई। महज कुछ दिन पहले बनी यह सड़क मानसून की पहली बारिश भी नहीं झेल ग्वालियर नगर निगम के आयुक्त संघ प्रिय गौतम ने कहा, "निश्चित रूप से जैसी स्थिति चेतकपुरी में है या शहर में कई जगह जलभराव की समस्या है, इसके संबंध में हमारे अधिकारी लगातार फील्ड पर जा रहे हैं। हमारे सभी पार्षद और जनप्रतिनिधि भी सक्रिय हैं।जहां कहीं इंजीनियर, उपयंत्री या हमारी टीम की लापरवाही सामने आ रही है, उनकी वेतन वृद्धि रोकी गई है। साथ ही, जहां ठेकेदारों की बात है, सीवर ठेकेदारों को नोटिस जारी किया गया है। हम यह नोटिस जारी कर रहे हैं कि वे भविष्य की निविदाओं में भाग न ले सकें।'' आयुक्त ने आगे कहा, ''सीवर ठेकेदारों का भुगतान भी रोका गया है। जब तक वे अपनी व्यवस्थाओं, चाहे वह मैनपावर हो या मशीनरी, में सुधार नहीं करेंगे, तब तक उनका भुगतान नहीं किया जाएगा। इसके साथ-साथ, शहर की कुछ चुनौतियां भी हैं, जैसे ड्रेनेज सिस्टम का अभाव। आगे की योजना में यह सुनिश्चित किया जाएगा कि जहां भी सीसी रोड स्वीकृत हो रही है या अन्य काम हो रहे हैं, वहां जल निकासी की व्यवस्था हो।" राजेश शिवहरे 151168597
