फास्ट न्यूज इंडिया प्रयागराज, 30/6/2025।उत्तर प्रदेश शिक्षा आयोग युवाओं के साथ खिलवाड़ करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है आज से 3 साल पहले विज्ञापित टीजीटी-पीजीटी परीक्षाएं बार बार स्थगित होने से युवा मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं। शिक्षा सेवा चयन आयोग के गठन और अध्यक्ष व अन्य अधिकारियों की नियुक्ति के बाद कई बार इन परीक्षाओं को स्थगित किया गया। इसी को लेकर युवा आज बड़ी संख्या में शिक्षा आयोग पर जुटे थे और अधिकारियों से आश्वासन चाहते थे कि इन दोनों परीक्षाओं की तिथि निर्धारित की जाए, साथ ही पुनः स्थगित न हो इसे सुनिश्चित किया जाए। युवा मंच के प्रदेश अध्यक्ष अनिल सिंह की अगुवाई में छात्रों के प्रतिनिधि मंडल ने उप सचिव से वार्ता की जो एक तरह बेनतीजा रही क्योंकि आयोग द्वारा परीक्षा तिथि निर्धारित करने और उन परीक्षा तिथियों में हर हाल में परीक्षा आयोजित कराने को लेकर आश्वासन देने से इंकार कर दिया। इसके बजाय आयोग द्वारा वही पुराना राग अलापा गया कि आयोग की मीटिंग में परीक्षा तिथियां निर्धारित की जाएंगी। इसके अलावा किसी तरह का ठोस आश्वासन नहीं दिया गया कि अब जो परीक्षा तिथि तय की जाएंगी उन तिथियों में परीक्षाओं को हर हाल में आयोजित करा लिया जाएगा। उप सचिव का कहना है कि जुलाई में कोई भी परीक्षा नहीं होगी लेकिन आयोग अभी यह निर्णय नहीं ले पाया है कि कोई पक्की तारीख आप सभी को दी जा सके शासन में बैठक चल रही है अगले मंगलवार को सारी चीजें स्पष्ट हो जाएगी अभी कुछ कहना ठीक नहीं है शिक्षा सेवा चयन आयोग की कार्यप्रणाली से आक्रोशित युवाओं को समझाने बुझाने और उनकी पीड़ा को शासन तक पहुंचाने का आश्वासन देने के बजाय पुलिस द्वारा बिना किसी चेतावनी के शांतिपूर्ण ढंग से घंटों से बैठे युवाओं पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज कर दिया गया। पुलिस की यह कार्रवाई अति निंदनीय है इस अवसर पर प्रतियोगी छात्र प्रतिनिधि मंडल के शीतला प्रसाद ओझा,प्रभाकर सिंह, राहुल पाण्डेय,बी०एम०भरद्वाज, अम्बरीष, सुनील, रितेश सिंह,सत्य प्रकाश सिंह,राकेश कुमार, धर्म राज सहित हजारों लोग सामिल रहें।
