मनोविज्ञान विभाग, महत्मा गांधी काशी विद्यापीठ में 'पुरातन छात्र समागम 2025' आयोजित
वाराणसी। मनोविज्ञान विभाग, महत्मा गांधी काशी विद्यापीठ में शुक्रवार को 'पुरातन छात्र समागम 2025' का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि प्रो. शंभू उपाध्याय ने कहा कि ऐसे आयोजन केवल पुनर्मिलन नहीं, बल्कि विभाग की परंपरा, संस्कृति और आत्मिक संबंधों की पुष्टि है। यह वह मंच है, जहां हम सभी अपने अतीत की गरिमा को वर्तमान से जोड़ते हैं। एलुमनाई विशेष के रूप में उपस्थित सामाजिक विज्ञान संकायाध्यक्ष प्रो. रेखा ने कहा कि मनोविज्ञान विभाग ने मेरे व्यक्तित्व के निर्माण में आधारशिला का कार्य किया। आज मैं जो कुछ भी हूं, उसमें इस विभाग की शिक्षकों की भूमिका अविस्मरणीय है। ‘सामागम’ केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि उस ऋण का आभार प्रकट करने का माध्यम है। स्वागत करते हुए कार्यक्रम संयोजिका एवं विभागाध्यक्ष प्रो. शेफाली वर्मा ठकराल ने कहा कि भूतपूर्व छात्र ही किसी संस्थान की असली पूंजी होते हैं। ‘समागम’ न केवल स्मृतियों का मिलन है, बल्कि हमारे साझा इतिहास और भविष्य की दिशा का बिंदु भी है। पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. रश्मि सिंह ने कहा कि मनोविज्ञान विभाग ने न केवल अकादमिक स्तर पर उपलब्धियां प्राप्त की हैं, बल्कि जीवन मूल्यों और मानवीय संवेदनाओं की शिक्षा भी दी है। आज एलुमनाई को देखकर यह स्पष्ट होता है कि हम सब एक मजबूत नींव के साथ आगे बढ़े हैं। इस अवसर पर विभाग के शिक्षक सहित पुरातन आदि उपस्थित रहे।
