वाराणसी। आई.क्यू.ए.सी., महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ द्वारा अंतर्राष्ट्रीय लघु उद्योग दिवस के अवसर पर शुक्रवार को 'फ्रॉम पेटल्स टू पॉसिबिलिटी' विषयक ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि सुगंध एवं सुरस विकास केंद्र, कानपुर के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. भक्ति विजय शुक्ला रहे। उन्होंने सुगंध उद्योग, एरोमाथैरेपी, वेस्ट फ्लावर मैनेजमेंट एवं इससे जुड़ी उद्योग संभावनाओं पर विस्तृत जानकारी दी और विद्यार्थियों को प्रशिक्षण प्रदान किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रो. आनन्द कुमार त्यागी ने की। विशेष अतिथि एवं इंडस्ट्री एक्सपर्ट नीरज पारिख ने एम.एस.एम.ई. क्षेत्र की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि भारत की अर्थव्यवस्था में इसका 30% योगदान है। स्वागत करते हुए आई.क्यू.ए.सी. निदेशक प्रो. नंदिनी सिंह ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा 27 जून को अंतर्राष्ट्रीय एम.एस.एम.ई. दिवस घोषित किया गया है। संचालन कार्यक्रम समन्वयक एवं आई.क्यू.ए.सी. सदस्य प्रो. आनन्द शंकर चौधरी ने किया। तकनीकी सहयोग मनीष गुप्ता एवं अभिनव ने दी। इस अवसर पर इनक्यूबेशन सेंटर के निदेशक प्रो. मोहम्मद आरिफ, आई.क्यू.ए.सी. सदस्य प्रो. अंकिता गुप्ता, डॉ. अम्बरीष राय, डॉ. नीरज धनखड़, डॉ. प्रतिभा सिंह, डॉ. दुर्गेश उपाध्याय, डॉ. किरण आदि उपस्थित रहे।