फास्ट न्यूज़ इंडिया
श्री अमरनाथ यात्रा के पहलगाम मार्ग पर सुरक्षा व्यवस्था को और सशक्त बना दिया गया है। अब हर व्यक्ति को चेहरे की पहचान स्थापित की जाएगी। इसके जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पहलगाम मार्ग पर कई स्थानों पर फेशियल रिकग्निशन सिस्टम (एफआरएस) स्थापित किया है।
अमरनाथ यात्रा पर हो चुके हैं आतंकी हमलेश्री अमरनाथ तीर्थयात्रियों के दौरान पहले भी कई आतंकवादी हमले हो चुके हैं। अगस्त 2000 में नुनवन बेस कैंप पर हमला हुआ था। इसमें तीर्थयात्रियों समेत 32 लोग मारे गए। इसके बाद जुलाई 2001 में शेषनाग बेस कैंप पर हमला हुआ। इशमें 13 लोग मारे गए। 2002 में चंदनवारी बेस कैंप पर हमला किया गया, इसमें 11 तीर्थयात्री ने जान गंवा दी। जुलाई 2017 में कुलगाम जिले में अमरनाथ यात्रा के लिए यात्रियों को लेकर आई बस पर हमला हुआ। इसमें आठ तीर्थयात्री मारे गए थे।
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