फ़ास्ट न्यूज़ इंडिया
मतलौडा थाना क्षेत्र के छिछड़ाना गांव में तीन दिन पहले चाकू से गोदकर युवक की हत्या के मामले में आरोपी पिता-पुत्र को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपी सुभाष ने बताया कि उसके भाई रामचंद्र ने पंचायत में जमीन देने से इंकार कर दिया था। जिससे गुस्से में आकर वह पंचायत छोड़कर घर आ गए और हत्या की साजिश रची थी। इसके बाद पूर्व सरपंच और रिश्तेदारों के कहने पर दोबारा पंचायत में पहुंचे और योजना के तहत सुनील की हत्या कर दी। वारदात के बाद दोनों उत्तराखंड भाग गए थे।
आठ जून को दर्ज हुआ था मामला
छिछड़ाना गांव के रामचंद्र ने आठ जून को मतलौडा थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। रामचंद्र का कहना था कि उसने अपने सबसे छोटे भाई सुभाष के साथ मिलकर 35 साल पहले सात एकड़ जमीन खरीदी थी। बंटवारे में वह जमीन उसके हिस्से में आ गई थी। जिसके बदले इतनी ही पुश्तैनी जमीन उसने अपने भाई सुभाष को दी थी। अब सुभाष उस जमीन में भी हिस्सा मांग रहा था। इसी बात के लिए रविवार को गांव में पंचायत बुलाई गई थी। पंचायत के सुभाष और उसके बेटे जगपाल ने चाकू से उसके बेटे सुनील और अनिल पर हमला कर दिया था। जिसमें सुनील की मौत हो गई थी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच सीआईए-1 की टीम को सौंपी थी।
कोर्ट ने दिया चार दिन का पुलिस रिमांड
सीआईए-1 प्रभारी संदीप कुमार ने बताया कि सोमवार शाम को सीआईए-1 की टीम ने रिफाइनरी मोड़ से आरोपी सुभाष और जगपाल उर्फ रिंकू को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि रामचंद्र ने जमीन देने से इंकार किया तो वह गुस्से में पंचायत छोड़कर घर आ गए थे। घर पहुंचकर उन्होंने वारदात की साजिश रची। जगपाल ने चाकू छुपा लिया। जब पूर्व सरपंच बुद्दू व उनके जीजा कंवरभान उन्हें बुलाने के लिए गए थे। दोनों योजना के तहत पंचायत में पहुंचे और सुनील व अनिल पर हमला कर दिया था। जिसमें सुनील की मौत हो गई थी। मंगलवार को दोनों को अदालत में पेश कर चार दिन के रिमांड पर लिया है। रिमांड पर लेकर आरोपियों से चाकू बरामद करने का प्रयास किया जाएगा।
