फास्ट न्यूज़ इंडिया
हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन सेंसेक्स और निफ्टी में सुस्ती दिखी। उतार-चढ़ाव के बाद शेयर बाजार सपाट रहा। बैंकिंग और ऊर्जा शेयरों में मुनाफावसूली के कारण चार दिन से चली आ रही इसकी बढ़त थम गई। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 53.49 अंक या 0.06 प्रतिशत गिरकर 82,391.72 अंक पर बंद हुआ। इसमें से 14 शेयर गिरावट के साथ बंद हुए, 15 शेयर बढ़त के साथ बंद हुए और एक शेयर अपरिवर्तित रहा। कारोबार के दौरान यह 204.81 अंक या 0.24 प्रतिशत गिरकर 82,240.40 के निचले स्तर पर पहुंच गया। एनएसई निफ्टी 1.05 अंक या 0 प्रतिशत की मामूली बढ़त के साथ 25,104.25 अंक पर आ गया।
आइए जानते हैं बाजार का हाल विस्तार से। इसमें लगातार पांचवें दिन बढ़त के संकेत दिखे। पिछले चार दिनों में निफ्टी 560 अंक या 2.27 प्रतिशत से अधिक उछला है, जबकि सेंसेक्स 1,707.7 अंक या 2.11 प्रतिशत चढ़ा है।
क्या रहा सेंसेक्स कंपनियों का हाल?
सेंसेक्स की कंपनियों में एशियन पेंट्स, बजाज फाइनेंस, टाटा स्टील, बजाज फिनसर्व, आईसीआईसीआई बैंक, मारुति, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक और महिंद्रा एंड महिंद्रा में गिरावट आई। वहीं टेक महिंद्रा, टाटा मोटर्स, इंफोसिस, एचसीएल टेक, इंडसइंड बैंक और अल्ट्राटेक सीमेंट लाभ में रहे। रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अजीत मिश्रा ने कहा कि "बाजार में सुस्ती रही और यह लगभग अपरिवर्तित बंद हुआ। मिले जुले वैश्विक संकेतों के बीच निवेशक थोड़े सतर्क बने हुए हैं। निवेशक लंदन में आयोजित यूएस-चीन व्यापार वार्ता के परिणाम का इंतजार कर रहे हैं।
इक्विटी बाजार 12 महीने के निचले स्तर पर पहुंचा
इस बीच, एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एएमएफआई) के आंकड़ों से पता चला है कि मई में इक्विटी म्यूचुअल फंड में शुद्ध प्रवाह 21.66 प्रतिशत घटकर 19,013.12 करोड़ रुपये हो गया। यह 12 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया। इक्विटी फंड में निवेश में गिरावट का यह लगातार पांचवां महीना था। साथ ही, निवेशकों की ओर से किया गया नवीनतम निवेश इस सेगमेंट में शुद्ध निवेश का लगातार 51वां महीना है। सैमको म्यूचुअल फंड के सीईओ विराज गांधी ने कहा, "भारतीय इक्विटी बाजार मई 2025 में सुस्त रहे, भू-राजनीतिक चिंताओं, मुनाफावसूली का असर पड़ा। पिछले महीनों में मजबूत प्रदर्शन के बाद, ऊंचे स्टॉक वैल्यूएशन ने निवेशकों को सतर्क रुख अपनाने के लिए प्रेरित किया, जिसके परिणामस्वरूप इक्विटी प्रवाह में भारी मंदी आई।"
यूरोपीय बाजारों में दिखी मिली-जुली स्थिति
एशियाई बाजारों में, दक्षिण कोरिया का कोस्पी और जापान का निक्केई 225 सूचकांक सकारात्मक क्षेत्र में बंद हुआ, जबकि शंघाई का एसएसई कंपोजिट सूचकांक और हांगकांग का हैंग सेंग मामूली रूप से कम रहा। यूरोपीय बाजारों में मिले-जुले रुख के साथ कारोबार हो रहा था। सोमवार को अमेरिकी बाजार ज्यादातर बढ़त के साथ बंद हुए। वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.39 प्रतिशत बढ़कर 67.19 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को 1,992.87 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
