प्रयागराज। माफिया अतीक गैंग के खिलाफ पुलिस का कानूनी हंटर तेज होते ही उसके रिश्तेदारों और गुर्गों के नए-नए कारनामे सामने आने लगे हैं। खुद को पुलिस और प्रशासन का हितैषी बताने वाले कानून को ही पलीता लगा रहे थे। चौंकाने वाला तथ्य यह है कि माफिया अतीक के साढ़ू इमरान ने अपने भाई जीशान जानू समेत अन्य लोगों के साथ मिलकर गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क की गई जमीन पर दोबारा कब्जा कर लिया।
इतना ही नहीं, उस जमीन पर प्लाटिंग करके तमाम लोगों को बेच भी डाली। जमीन को बेचने के लिए कूटरचित दस्तावेज भी तैयार किया गया था। बुधवार रात इस मामले में अतीक के साढ़ू इमरान, उसके भाई मो. जीशान, कामरान व जाहिदा बेगम, अर्शी, मो. रेहान अंसारी, मो. अमीन, खुर्शीद अहमद, अली असगर, मो.अहमर, मो. नजर और मो. अमीन के खिलाफ मुकदमा लिखा गया।
करेली थाने में इंस्पेक्टर राजेश मौर्या की तहरीर पर एफआइआर दर्ज कर विवेचना शुरू की गई है। बताया गया है कि माफिया अतीक और उसके सहयोगियों के खिलाफ दर्ज गैंगस्टर एक्ट के मुकदमे में कार्रवाई की जा रही थी। वर्ष 2021 में करेली थाना क्षेत्र के ऐनुद्दीनपुर में आठ अचल संपत्ति (जमीन) को भी कुर्क करने की कार्रवाई हुई थी।
करोड़ों रुपये की जमीन इमरान, कामरान, जीशान और जाहिदा बेगम के नाम पर थी। कुर्की की कार्रवाई के दौरान पुलिस ने वहां मुनादी करवाई थी और सरकारी बोर्ड भी लगवाया था, ताकि कोई भी शख्स संबंधित जमीन से छेड़छाड़ नहीं कर सके। मगर वर्ष 2023 में माफिया अतीक और उसके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
इस घटना से पहले जीशान ने अतीक के बेटे अली अहमद समेत कई अन्य के खिलाफ रंगदारी का मुकदमा दर्ज कराते हुए सहानुभूति अर्जित कर ली थी। इसके साथ ही खुद को माफिया अतीक का विरोधी और पुलिस-प्रशासन का हितैषी बताने लगे थे।
मगर इसी की आड़ में वह कुर्क की गई जमीन पर प्लाटिंग की और फिर कुटरचित दस्तावेज तैयार करके रेहान अंसारी, अमीन समेत अन्य लोगों को बेच डाली। कुछ दिन पहले पुलिस ने राजस्व टीम के साथ जमीन का सत्यापन किया तो सच्चाई का पता चला। फिर मंगलवार रात फार्म हाउस पर छापेमारी करते हुए जमीन संबंधी अभिलेख बरामद किए गए थे, जिसके बाद बुधवार रात एफआइआर दर्ज की गई।
सरकारी जमीन पर भी प्लाटिंग करके बेची
माफिया के अतीक के साढ़ू इमरान और उसके भाई जीशान ने एक बीघा से ज्यादा सरकारी जमीन भी प्लाटिंग करके बेच डाली। इस मामले में भी राजस्व लेखपाल सुभाष चंद्र दिवाकर की तहरीर पर करेली थाने में इमरान और जीशान के खिलाफ मुकदमा लिखा गया है।
लेखपाल का कहना है कि बक्शीमोढ़ा में राज्य सरकार सीलिंग के नाम दर्ज जमीन पर पिलर गाड़कर अवैध अतिक्रमण किया गया। इसको चिन्हित करते हुए राजस्व टीम ने ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की। लेखपाल का यह भी कहना है कि कूटरचित दस्तावेज तैयार करके सरकारी जमीन को बेचा गया।
करेली पुलिस पर कार्रवाई की जिम्मेदारी
जमीनों पर अवैध रूप से अतिक्रमण करने, कब्जा करके बेचने के मामले में इंस्पेक्टर करेली राजेश मौर्या को जिम्मेदारी दी गई है। माफिया अतीक के शूटर को दिनदहाड़े एनकाउंटर में ढेर करने वाले राजेश ने अतीक गैंग की कमर आर्थिक रूप से भी तोड़ी है। अतीक की बीवी शाइस्ता, पांच-पांच लाख के इनामी शूटरों की भी संपत्ति को इन्होंने की कुर्क की। इसके अलावा कई गुर्गों और सहयोगियों की करीब 10 करोड़ से अधिक की प्रापर्टी को गैंगस्टर एक्ट में कुर्क कराने की कार्रवाई इंस्पेक्टर ने की है। इसके चलते कार्रवाई की जिम्मेदारी दी गई है।
पीडीए की सील तोड़ निर्माण करने पर केस
सदियापुर में प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) की ओर से सील किए गए निर्माण पर फिर से निर्माण करने के मामले में भी मुकदमा कायम किया गया है। पीडीए के अवर अभियंता ऋषभ तिवारी की तहरीर पर करेली पुलिस ने विनय कुमार पटेल, नवाब खान, रईस खान, अतीक खान व कई अज्ञात के खिलाफ एफआइआर लिखी गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
कुर्क की गई और सरकारी जमीन पर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ पुलिस टीम को राजस्व के साथ मिलकर जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। इस मामले में बुधवार को मुकदमा कायम किया गया है। ऐसी कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। -अभिषेक भारती, डीसीपी सिटी
