फास्ट न्यूज़ इंडिया यूपी बदायूं। अमर ज्योति चिटफंड कंपनी का कार्यालय बंद होने के बाद हंगामा हो गया। निवेशकों का कहना है कि कंपनी का मालिक शशिकांत मौर्य करोड़ों रुपये लेकर फरार हो गया। शनिवार तक 15 पीड़ितों ने कोतवाली और एसएसपी कार्यालय में शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की। इस पर एसएसपी ने एसआइटी गठित कर दी है। उसकी रिपोर्ट आने के बाद प्राथमिकी पर विचार किया जाएगा। इस संबंध में कंपनी मालिक शशिकांत से बात करने का प्रयास किया, मगर फोन स्विच आफ था।निवेशकों सौरभ सक्सेना ने बताया कि बरेली में भाजपा के महानगर मंत्री सूर्यकांत मौर्य के भाई शशिकांत ने बरेली में रुहेलखंड चिटफंड और बदायूं में अमर ज्योति चिटफंड कंपनी नाम से कार्यालय खोला था। सूर्यकांत ने पांच वर्ष में रकम दोगुणी करने का झांसा देकर नेटवर्क खड़ा कर लिया था। उसके जाल में फंसे 80 एजेंट निवेशकों का रुपया कार्यालय में जमा करते थे। तीन वर्षों से यही क्रम चला आ रहा था।गुरुवार को अचानक पता चला कि कंपनी का कार्यालय बंद हो गया है। इसकी जानकारी पर दर्जनों लोगों ने शुक्रवार को कार्यालय के बाहर हंगामा किया था। इस पर पुलिस ने टालमटोल करते हुए कहा कि संचालक बरेली निवासी है, इसलिए वहां जाएं।शुक्रवार दोपहर से रात तक शशिकांत मौर्य के बरेली स्थित आवास पर भी हंगामा होता रहा। गुस्साए लोगों ने उसके घर के बिजली के तार काट दिए। उसके भाई सूर्यकांत के नाम के बोर्ड पर सफेद पेंट लगाकर विरोध जताया। वहां से भी पुलिस ने यह कहकर वापस कर दिया बदायूं का घटनाक्रम है, इसलिए वहीं कार्रवाई होगी।आरोप है कि पुलिस ने शशिकांत को चुपचाप घर के दूसरे दरवाजे से निकाल दिया ताकि निवेशक घेराव न कर सकें। परेशान निवेशक शनिवार को एसएसपी कार्यालय में शिकायत करने पहुंचे। उनका आरोप था कि शशिकांत करोड़ों रुपये लेकर फरार हो गया है।एसएसपी डा. बृजेश कुमार ने बताया कि कई महिलाओं, एजेंटों ने शिकायत की है। प्रकरण की जांच के विशेष टीम गठित की गई है। उसकी रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। रिपोर्ट शिव ओम 151082090
