फ़ास्ट न्यूज़ इंडिया
राजस्थान के बारां जिले में शनिवार को तालाब में एक साथ 70 से अधिक भैंसो के अचानक मौत का मामला सामने आया है। ये मामला जिले के नाहरगढ़ थाना इलाके के जलवाड़ा गांव से सामने आया है। यह सभी भैंस जलवाड़ा गांव के नजदीक एक तालाब में बैठी हुई थी, जिनकी मौत करीब दोपहर 1 बजे के आसपास हुई है। मामले जानकारी तक लगी जब यहां से गुजर रहे एक व्यक्ति ने मरी हुई भैंसों के संबंध में ग्रामीणों को सूचना दी, जिसके बाद ग्रामीण मौके पर पहुंचे और उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे। वहीं, आक्रोशित ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग को लेकर विरोध शुरू कर दिया।
नाहरगढ़ थाना अधिकारी धर्मपाल यादव का कहना है कि ये सभी भैंसे ग्रामीणों की ही है, जो कि पहले खेतों के आसपास छोड़ दी थी। ये तालाब में आकर बैठ गई और अचानक करीब 70 भैंसों की मौत हो गई है। ऐसे में पता लगाया जा रहा है कि यह करंट से हुई है या फिर दूषित पानी से। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि मौके पर आकर देखा तो भैंसों के मुंह से झाग निकल रहा था। कुछ ग्रामीणों का कहना है कि इन भैंसो की मौत दूषित पानी से हुई तो कुछ ग्रामीणों ने स्पार्किंग होने की बात भी कही है। सामने ये भी आया है कि इसके बाद बिजली के लाइनों में से एक फेज की बिजली उड़ गई थी। वहीं मौके की स्थिति को देखते हुए घटनास्थल पर कोई तार टूट कर नहीं गिरा है। जिस जगह से घटना हुई है वहां आसपास कोई बिजली का खंभा भी नहीं है। ग्रामीणों का कहना है कि उनका करीब 70 लाख से अधिक रुपए का नुकसान हो गया है, इसलिए प्रशासन को ग्रामीणों की मदद के लिए मुआवजा देना चाहिए। पुलिस का कहना है कि भैंसों की मौत का कारण जानने के लिए पोस्टमार्टम करना जरूरी है। फिलहाल ग्रामीण पोस्टमार्टम के लिए तैयार नहीं हैं। इसके पहले केलवाड़ा में भी 13 भैंसों की मौत का मामला तीन दिन पहले सामने आया था।
