रोहित शर्मा और विराट कोहली के टेस्ट से संन्यास की वजह से भारतीय टीम में दो स्थान रिक्त हो गए हैं। इन दोनों का संन्यास उस समय आया जब अगले महीने भारत को पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए इंग्लैंड का दौरा करना है। इंग्लैंड के खिलाफ 20 जून से चार अगस्त के बीच होने वाली पांच मैचों की टेस्ट सीरीज विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (2025-27) के लिहाज से काफी अहम है। इसके लिए टीम का चयन जल्द होने वाला है, लेकिन उससे पहले कुछ ऐसे सवाल हैं, जिन पर फैंस और चयनकर्ता जरूर सोच विचार कर रहे होंगे। आइए उन सवालों और उसके उत्तर के बारे में जानते हैं, जिन पर अगरकर की अगुआई वाली चयन समिति 19 मई को बैठक करेगी और भारतीय क्रिकेट के नए युग में प्रवेश करने पर चर्चा करेगी।
शुभमन गिल कप्तानी की दौड़ में सबसे आगे हैं, लेकिन जसप्रीत बुमराह भी रेस में हैं। कुछ लोग यह भी मानते हैं कि केएल राहुल इस रेस में वाइल्डकार्ड एंट्री हो सकते हैं। गिल (25) को उनके साथियों, चयनकर्ताओं और भारत के कोचिंग स्टाफ से समर्थन मिला है। उनका मानना है वह एक शांत और भरोसेमंद खिलाड़ी के रूप में विकसित हो रहे हैं। भले ही विदेशों में उनकी बल्लेबाजी अभी भी चिंता का विषय है, लेकिन वह सीख रहे हैं। हर कोई इस बात से सहमत है कि गिल में विकसित होने और लंबे समय के लिए कप्तान बनने के सभी गुण हैं।
दूसरी ओर बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर खुद को बतौर कप्तान साबित किया था। उन्होंने आगे बढ़कर लीड किया था। इतना ही नहीं, उन्हें अपने खिलाड़ियों से सम्मान हासिल है। उन्होंने पहली बार 2022 में इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें टेस्ट में और फिर 2024-25 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले और पांचवें टेस्ट में भारत की कप्तानी की। हालांकि, बुमराह की पीठ में चोट रहती है और इस वजह से वह दो बार लंबे समय के लिए टीम से बाहर हो चुके हैं। बुमराह चैंपियंस ट्राफी से बाहर रहने के बाद आईपीएल में एक्शन में लौटे हैं। मेडिकल टीम ने भी सलाह दी है कि वह इंग्लैंड जैसी लंबी टेस्ट सीरीज में हर मैच नहीं खेलें। यह भी संभव है कि बुमराह को कप्तान बनाकर शुभमन गिल को उपकप्तान बनाया जाए। इस स्थिति में इंग्लैंड सीरीज पर दोनों बारी बारी से कप्तानी कर सकेंगे। पंत भी रेस में हैं।
यशस्वी का ओपनिंग पार्टनर कौन होगा?
ऑस्ट्रेलिया में राहुल की बतौर ओपनर सफलता ने रोहित को मध्य क्रम में बल्लेबाजी करने के लिए मजबूर किया। ऐसे में वह इंग्लैंड दौरे पर भी यशस्वी जायसवाल के साथ ओपनिंग करने के लिए रेस में सबसे आगे होंगे। ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए राहुल को मध्यक्रम के लिए चुना गया था, लेकिन रोहित की पहले टेस्ट में गैरमौजूदगी ने राहुल के लिए ओपनर का रास्ता खोल दिया। राहुल ने इंग्लैंड में सलामी बल्लेबाज के रूप में अच्छे स्कोर बनाए हैं। हालांकि, यह संभावना भी है कि कोहली के जाने के बाद मध्यक्रम को मजबूत करने के लिए उनके जैसे अनुभवी कंधों पर जिम्मेदारी सौंपी जाए। इंग्लैंड दौरे पर जिन बल्लेबाजों के चुने जाने की उम्मीद है उनमें राहुल सबसे अनुभवी हैं। उन्होंने वहां दो सीरीज खेली हैं और नौ टेस्ट खेले हैं, पहली 2018 में और फिर 2021-22 में। इसमें से एक को छोड़कर सभी में ओपनिंग की है। नौ टेस्ट में उन्होंने 37.31 की औसत से दो शतक सहित 597 रन बनाए हैं।
अभिमन्यु ईश्वरन और बी साई सुदर्शन सलामी बल्लेबाज के रूप में अन्य पसंदीदा खिलाड़ी हो सकते हैं या रिजर्व सलामी बल्लेबाज के रूप में दौरे पर जा सकते हैं। घरेलू स्तर पर 100 से अधिक प्रथम श्रेणी मैचों के साथ बेहद अनुभवी और सफल 29 वर्षीय ईश्वरन बंगाल के लिए खेलते हैं और पहले भी कई टेस्ट दौरों पर रिजर्व सलामी बल्लेबाज के रूप में यात्रा कर चुके हैं। उन्होंने हालांकि अभी तक टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू नहीं किया है।
तमिलनाडु के बाएं हाथ के बल्लेबाज साई सुदर्शन ने भी 2022 में प्रथम श्रेणी डेब्यू पर शतक बनाने और सलामी बल्लेबाज के रूप में विकसित होने के बाद से चयनकर्ताओं को प्रभावित किया है। साई सुदर्शन आईपीएल में शीर्ष क्रम के सर्वश्रेष्ठ युवा बल्लेबाजों में से एक रहे हैं। उन्होंने काउंटी क्रिकेट में सरे का भी प्रतिनिधित्व किया है और उनके लिए शतक भी बनाया है। हालांकि उन्होंने तब मध्य क्रम में बल्लेबाजी की थी। कुल मिलाकर प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सलामी बल्लेबाज के तौर पर साई सुदर्शन ने 33 पारियों में 42.33 की औसत से चार शतकों के साथ 1397 रन बनाए हैं। ईश्वरन और साई सुदर्शन दोनों भारत ए टीम का हिस्सा हैं जो टेस्ट सीरीज से पहले दो प्रथम श्रेणी मैचों के लिए इंग्लैंड का दौरा करेगी। इस सीरीज के लिए ईश्वरन को कप्तान बनाया गया है।
कोहली की जगह नंबर चार पर कौन खेलेगा?
चेतेश्वर पुजारा ने ईएसपीएनक्रिकइंफो से कहा था कि मौजूदा समय में नंबर-4 पर बल्लेबाजी के लिए कोई दूसरा खिलाड़ी नहीं है। कोहली ने 2013 में सचिन तेंदुलकर से नंबर चार की पोजिशन ली थी। उससे पहले कोहली छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते थे, लेकिन धीरे-धीरे कोहली ने उस स्लॉट को अपना बना लिया। इसके बाद कोहली ने साबित किया कि जब तक आपके पास प्रतिभा है तब तक उस क्रम पर बल्लेबाजी का अनुभव मायने नहीं रखता। मौजूदा समय में राहुल और गिल उस पद के लिए शीर्ष दावेदार हो सकते हैं। कोहली के पिछले साल इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज से हटने के बाद राहुल ने हैदराबाद में पहले टेस्ट में नंबर चार पर बल्लेबाजी की थी और चोट के कारण सीरीज से बाहर होने से पहले 86 और 22 रन बनाए थे। गिल ने टेस्ट में नंबर चार पर कभी बल्लेबाजी नहीं की है। उनके पास भारत ए के लिए इस स्थान पर बल्लेबाजी करते हुए अच्छे स्कोर हैं। तीन पारियों में उन्होंने 143.50 की औसत से 287 रन बनाए हैं। हालांकि, अगर राहुल ओपनिंग करते हैं तो गिल को नंबर तीन की जगह नंबर चार पर बल्लेबाजी करनी होगी और फिर साई सुदर्शन नंबर तीन पर बल्लेबाजी कर सकते हैं।
क्या नीतीश रेड्डी के लिए टीम में जगह है?
नीतीश रेड्डी 2024-25 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में चौथे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे थे। इतना ही नहीं एमसीजी में पहला टेस्ट शतक बनाया था। रेड्डी, ईश्वरन और हर्षित राणा उस दौरे पर तीन अनकैप्ड पिक्स थे। ऑलराउंडर के रूप में चुने गए रेड्डी ने अपनी जुझारू बल्लेबाजी के लिए सुर्खियां बटोरी, लेकिन उन्होंने स्वीकार किया कि वह गेंदबाज के रूप में खरे नहीं उतरे। हालांकि, इंग्लैंड में अगर रेड्डी को पिच से मदद मिलती है तो वह चौथे पेसर की भूमिका निभा सकते हैं। वहीं, शार्दुल ठाकुर ने भी रणजी में शानदार गेंदबाजी कर अपना दावा मजबूत किया है।
उन्होंने गेंद और बल्ले दोनों से अपना कौशल दिखाया। वह एक और विकल्प हो सकते हैं जिस पर चयनकर्ता गेंदबाजी ऑलराउंडर या एक रिजर्व के रूप में विचार कर सकते हैं। 33 वर्षीय शार्दुल ने इंग्लैंड में अपने 11 टेस्ट में से चार खेले हैं। इसमें 2023 में द ओवल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल हार भी शामिल है। शार्दुल, हालांकि 2021 में भारत की जीत के दौरान द ओवर की अपनी बेहतर यादों को संजोकर रखना चाहेंगे। तब दोनों पारियों में उनके अर्धशतक महत्वपूर्ण साबित हुए थे। रेड्डी और ठाकुर दोनों को इंग्लैंड दौरे पर भारत ए टीम में जगह मिली है।
तेज गेंदबाजों में किनका हो सकता है चयन?
पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए बड़े तेज गेंदबाजी पूल की जरूरत है। यह इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि बुमराह और मोहम्मद शमी की फिटनेस समस्या है। यह लगभग तय है कि दोनों सभी पांचों टेस्ट नहीं खेलेंगे। इन दोनों और मोहम्मद सिराज के अलावा तेज गेंदबाजों में एम प्रसिद्ध कृष्णा, आकाश दीप, मुकेश कुमार, हर्षित राणा को दौरे के लिए भारतीय टीम में शामिल किया जा सकता है। इसके अलावा खलील अहमद, अर्शदीप सिंह और यश दयाल की बाए हाथ की तिकड़ी भी दावेदार है।
क्या कुलदीप के लिए टीम में कोई जगह है?
ऑस्ट्रेलिया दौरे के बीच में आर अश्विन के संन्यास के बाद यह भारत की पहली टेस्ट सीरीज होगी। चयनकर्ताओं के रवींद्र जडेजा के अलावा टीम में कम से कम एक स्पिनर को शामिल करने की संभावना है। वॉशिंगटन सुंदर एक विकल्प हैं। उन्होंने पिछले साल न्यूजीलैंड के खिलाफ गजब की गेंदबाजी की थी। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया दौरे पर कुछ खास नहीं कर पाए थे। वहीं, सवाल यह है कि क्या चयनकर्ता कुलदीप यादव के नाम पर विचार करेंगे जो हर्निया की सर्जरी के कारण ऑस्ट्रेलिया दौरे पर नहीं गए थे?
कुलदीप ने घर पर इंग्लैंड के खिलाफ भारत की 2023-24 सीरीज में 4-1 से जीत में सफलता हासिल की थी। वह 19 विकेट के साथ संयुक्त रूप से तीसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे थे। कुलदीप ने हाल फिलहाल में दिखाया है कि वह सभी परिस्थितियों में मैच विजेता हो सकते हैं। पिछले दो वर्षों से वह टीम इंडिया के सबसे महत्वपूर्ण स्पिनर बने हुए हैं। कुलदीप ने 13 टेस्ट में 22.16 की औसत से 56 विकेट ले चुके हैं। उनका स्ट्राइक रेट 37.3 का है, जो टेस्ट में कम से कम 50 विकेट लेने वाले स्पिनरों में सर्वश्रेष्ठ है।