भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद शमी को ईमेल के जरिये जान से मारने की धमकी देने के मामले में साइबर पुलिस की मुश्किलें बढ़ गई हैं। दअसल साइबर पुलिस ने गूगल से धमकी भरा मेले भेजने वाले का आईपी एड्रेस मांगा था। इस पर गूगल ने साफ इनकार कर दिया है। गूगल का कहना है कि उसके कुछ नियमों के मुताबिक वो ऐसा नहीं कर सकता है। बकायदा यह बातें गूगल ने लिखित में साइबर पुलिस को दी हैं।
ये है मामला
तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी की ई-मेल आईडी पर चार और पांच मई को एक के बाद एक धमकी भरे दो ई-मेल भेजे गए थे। इसका खुलासा मोहम्मद शमी के बड़े भाई मोहम्मद हसीब ने किया था। ई-मेल किसी राजपूत सिंधर नाम की आईडी से भेजे गए थे। इसमें बंगलूरू के रहने वाले किसी प्रभाकरा नाम के व्यक्ति के अलावा एक करोड़ रुपये का जिक्र भी किया गया था। मेल भेजने वाले ने लिखा था, ‘शमी हम तुम्हें जान से मार देंगे और बैग में पैक कर देंगे।
भाई ने की पुलिस से शिकायत
मोहम्मद शमी के भाई मोहम्मद हसीब ने इस बात की शिकायत एसपी अमित कुमार आनंद से की। जिसके बाद एसपी के निर्देश पर साइबर थाना पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ आईटी एक्ट व धमकी देने के आरोप में एफआईआर दर्ज कर की थी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस को शक धमकी देने वाला दक्षिण भारत का
जांच में सामने आया है कि जिस आईडी से शमी को धमकी भरे मेल भेजे गए हैं, उसी आईडी से 21 अप्रैल को बंगलूरू के दो कॉलेज को भी बम से उड़ाने की धमकी दी गई। यह जानकारी मिलते ही बंगलूरू पुलिस से भी संपर्क किया था। इसी के सहारे जांच आगे बढ़ाई। शक है कि धमकी देने वाला दक्षिण भारत का रहने वाला है। पुलिस ने लोकेशन ट्रेस करने के लिए मेल का लिंक गूगल के कैलिफोर्निया स्थित मुख्यालय भेजा था। जिस पर गूगल ने मदद करने से साफ इनकार कर दिया है।