हाल ही में भारत द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया। दोनों देशों के बीच बीते कुछ दिनों से लगातार फायरिंग और मिसाइल हमलों की खबरें सामने आ रही थीं। इस स्थिति को देखते हुए शनिवार को अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हस्तक्षेप करते हुए दोनों देशों के बीच सीजफायर करवा दिया। हालांकि, रविवार की रात को अंतरराष्ट्रीय सीमा पर फिर से गोलीबारी और धमाकों की आवाज़ें सुनाई दीं। कुछ इलाकों में ड्रोन की गतिविधियां भी दर्ज की गईं, जिससे स्थानीय नागरिकों में डर का माहौल रहा।
लंबे तनाव के बाद पहली शांत रात
सोमवार की रात अपेक्षाकृत शांत रही। भारतीय सेना ने मंगलवार सुबह अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल के माध्यम से जानकारी दी कि जम्मू-कश्मीर और अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों में रात सामान्य और शांतिपूर्ण रही। यह बीते तनावपूर्ण दिनों के बाद पहली बार था जब किसी तरह की कोई घटना दर्ज नहीं की गई।
जम्मू-कश्मीर में किसी घटना की सूचना नहीं
भारतीय सेना के अनुसार, जम्मू-कश्मीर और अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे अन्य इलाकों में रात काफी हद तक शांतिपूर्ण रही। किसी घटना की सूचना नहीं मिली है, जो हाल के दिनों में पहली शांत रात है
।चिनाब नदी पर बने सलाल बांध में दिखा बदलाव
जम्मू और कश्मीर के चेनाब नदी पर बने रियासी के सलाल बांध में बदलाव नजर आया। बांध का एक गेट खुला हुआ दिखाई दे रहा है।
राजस्थान और पंजाब की सीमाओं पर भी शांति
राजस्थान और पंजाब की सीमाओं पर भी शांति रही, जिससे यह संकेत मिलता है कि दोनों देशों के बीच स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। भारतीय सेना ने स्थिति पर सतर्क निगरानी बनाए रखने की बात कही है।
भविष्य की कार्रवाई पर चर्चा के लिए संसदीय सत्र बुलाया जाए
भारत-पाकिस्तान के बीच आपसी समझ पर कांग्रेस सांसद और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, हमने मांग की है कि स्थिति और भविष्य की कार्रवाई पर चर्चा के लिए संसदीय सत्र बुलाया जाए। युद्ध रोक दिया गया, जो अच्छी बात है और हम लोगों के लिए शांति चाहते हैं। देश को सुरक्षित रखने के लिए जो भी किया जाता है, हम उसमें सरकार का समर्थन करते हैं। रिपोर्ट - राजेश शिवहरे 151168597
