पाकिस्तान के साथ शुरू हुए भीषण युद्ध को देखते हुए बनारस में हाई अलर्ट है। विश्वनाथ मंदिर, एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशनों के अलावा भीड़भाड़ वाले स्थानों पर विशेष चौकसी बरती जा रही है। अपर पुलिस आयुक्त कानून-व्यवस्था एवं मुख्यालय (डीआइजी), पुलिस उपायुक्त अपने-अपने क्षेत्रों में पैदल भ्रमण कर सुरक्षा का संदेश दिए। श्वान दस्ता, बम निरोधक दस्ता के साथ पुलिस टीमें कड़ी निगरानी रखे हुईं हैं। डीआइजी डा. चिनप्पा शिवसिंपि ने बताया कि हमने मॉक ड्रिल एक दिन पूर्व ही कर लिया है। हम किसी भी परिस्थिति में तेज गति से बचाव कर पाएंगे। अग्निशमन विभाग, एनडीआरएफ, सिविल डिफेंस के लोगों से समन्वय बनाए हैं। खुफिया एजेंसियां चारो पहर अलर्ट मोड में हैं।
श्रीकाशी विश्वनाथ धाम और गंगा घाटों पर चौकसी
श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में भी सुरक्षा इंतजाम के साथ चौकसी दूसरे दिनों के सापेक्ष और कड़ी महसूस हुई। एसीपी खुद पुलिस के साथ चप्पे-चप्पे की चेकिंग के बाद दशाश्वमेध घाट पर भ्रमणशील रहे। रास्ते में खड़े मिले वाहनों की जांच और संदिग्ध नजर आए लोगों से पूछताछ की गई। मंदिर परिसर और गंगा आरती स्थल पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। सीसीटीवी कैमरों के जरिए नजर रखी जा रही है
कैंट स्टेशन प्रशासन ने मांगी आरपीएसएफ की टुकड़ी
रेलवे सुरक्षा बल ने भविष्य की जरूरतों को देखते हुए आरपीएसएफ की टुकड़ी की डिमांड की है। वर्तमान में कैंट स्टेशन पर अलग-अलग प्वाइंट पर तैनात हथियार बंद जवानों को सतर्क ड्यूटी करने के निर्देश दिए गए हैं। ड्यूटी प्वाइंट से किसी को बगैर सूचित किए नहीं हटने को कहा गया है। फोर्स की सतर्कता कैंट रेलवे स्टेशन पर गुरुवार को नजर भी आई।
एडीआरएम ने की सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा
अपर मंडल रेल प्रबंधक लालजी चौधरी ने कैंट स्टेशन डायरेक्टर कक्ष के वीआइपी लाउंज में बुधवार को सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा की। उन्होंने स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए आरपीएफ के वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त से दूरभाष पर वार्ता कर रेलवे सुरक्षा विशेष बल (आरपीएसएफ) की मांग की। एडीआरएम ने अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए।
तीन सौ से ज्यादा लोगों ने रद की जम्मू की यात्रा
सीमा पर तल्खी का असर जम्मू एवं कश्मीर रूट की ट्रेनों पर दिखने लगा है। रेल यात्री 300 से ज्यादा टिकटों का आरक्षण निरस्त करा चुके हैं। गुरुवार को भी कैंट स्टेशन पर जम्मू एवं कश्मीर रूट की गाड़ियों के दो दर्जन से ज्यादा टिकट रिफंड हुए। इनमें एक सैलानियों के दल ने भी अपनी यात्रा रद कर दी। कैंट स्टेशन से बन कर जम्मू जाने वाली बेगमपुरा एक्सप्रेस में सर्वाधिक यात्रियों ने काउंटर से अपना टिकट रिफंड कराया। वहीं, हिमगिरि एक्सप्रेस और कोलकाता-जम्मूतवी एक्सप्रेस में भी टिकट रिफंड हुए। ये सभी भविष्य टिकट विभिन्न तिथियों पर आरक्षित थे। आनलाइन प्लेटफार्म पर बुक टिकट भी रिफंड हुए है।