अंबेडकरनगर। जिले की सीमा से सटे आजमगढ़ के लाल बिहारी उर्फ लाल बिहारी मृतक ने स्वयं को जीवित साबित करने के लिए करीब 19 साल संघर्ष किया। लाल बिहारी ने सैकड़ों ऐसे लोगों को भी जीवित किया, जिन्हें मृत घोषित कर दिया था। लालबिहारी का संघर्ष इतना बड़ा था कि उस पर बनी फिल्म कागज हर किसी के जहन में है। नौकरशाही का असर जिले में भी देखने को मिल रहा है। विकास खंड रामनगर की एक महिला को कागज पर सचिव ने मृत घोषित कर दिया। आठ माह के संघर्ष के बाद महिला को न्याय मिला। मामले में लापरवाही बरते पर ग्राम पंचायत अधिकारी (वीपीओ) को निलंबित कर दिया गया है।
रामनगर ब्लॉक की ग्राम पंचायत महेशपुर मंडप की बुकिया गांव निवासिनी प्रीती के पति प्रदीप कुमार सिंह का कुछ समय पूर्व देहांत हो गया था। इसके बाद प्रीति ने विधवा पेंशन के लिए आवेदन किया और जांच पूरी होने के बाद महिला को पेंशन मिलना शुरू हो गई थी। वर्ष 2024 में पेंशन के लाभार्थियों के सत्यापन के दौरान ग्राम पंचायत अधिकारी अनोद कुमार ने महिला प्रीति को कागजों पर मृत घोषित कर दिया था। इसके बाद महिला की पेंशन बंद हो गई थी। महिला की जब पेंशन आना बंद हुई तो उसने पता लगाना चालू किया। जानकारी हुई कि वह कागजों पर मर चुकी है, इसलिए पेंशन नहीं मिल रही है।
करीब आठ महीने तक सचिव से लेकर अन्य अफसरों तक महिला ने जीवित करने की गुहार लगाई। इस बीच सचिव का स्थानांतरण दूसरे क्लस्टर में हो गया था। भटकते भटकते महिला बीते शुक्रवार को डीएम अनुपम शुक्ला की चौखट पर पहुंची। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएम ने तत्काल डीपीआरओ को जांच के आदेश दिए। सहायक पंचायत अधिकारी भियांव से कराई गई जांच में ग्राम पंचायत अधिकारी अनोद कुमार की लापरवाही उजागर हुई, जिसमें उन्होंने बिना जानकारी के जीवित महिला को मृत साबित कर दिया था। डीएम के निर्देश पर डीपीआरओ ने कार्रवाई करते हुए ग्राम पंचायत अधिकारी को निलंबित कर कार्यालय से संबद्ध किया है। डीपीआरओ अवनीश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि जांच में ग्राम पंचायत अधिकारी की लापरवाही मिलने पर निलंबित किया गया है।
वीडीओ के निलंबन पर सचिवों ने शुरू किया विरोध
अंबेडकरनगर। ग्राम पंचायत स्तर पर सचिवों की मनमानी जगजाहिर है। जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र से लेकर अन्य योजनाओं का लाभ पाने के लिए ग्रामीणों की इनकी चौखट पर नाक तक रगड़नी पड़ जाती है। आलम यह है कि अगर कोई अधिकारी इन पर कार्रवाई करे तो उसका विरोध भी करते हैं। बसखारी में बीते बुधवार को सीडीओ आनंद कुमार शुक्ला ने गोशाला के निरीक्षण में कई कमियां पाई थीं। इसके बाद यहां तैनात ग्राम विकास अधिकारी दिनेश कुमार यादव को निलंबित कर दिया गया। अब पूरा सचिव खेमा दिनेश कुमार का निलंबन वापस कराने और सीडीओ की कार्रवाई का विरोध करने में जुटा है। इसके लिए बकायदा ज्ञापन भी दिया जा चुका है।
अंबेडकर नगर ब्यूरो चीफ सुनील दुबे