फ़ास्ट न्यूज़ इंडिया
जूस बेचने वाले को 7.79 करोड़ रुपये का नोटिस मिलने के बाद अब एक ताला बनाने वाले कारीगर योगेश शर्मा को 89 लाख रुपये का आयकर नोटिस मिला है। यह नोटिस साल 2018- 2019 के बीच बड़े लेनदेन में उसका पैन कार्ड इस्तेमाल होने पर दिया गया है। योगेश शर्मा शहर के नौरंगाबाद स्थित मोहल्ला डिप्टी गंज में ताला बनाने का काम करते हैं। उनका कहना है कि उनकी आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर है। घर में पत्नी बीमार है। बिजली का कनेक्शन भी कटा हुआ है। तीन महीने से वह किराए के मकान में रह रहे हैं। जिस लेनदेन पर नोटिस जारी किया गया, वह रकम 89 लाख रुपये है। योगेश का कहना है कि इतना पैसा उसने देखा भी नहीं है। आयकर विभाग का मानना है कि यह उसके पैनकार्ड के दुरुपयोग का मामला हो सकता है। इसके लिए योगेश पर विभाग के समक्ष जवाब दाखिल करने का अवसर है। आयकर विभाग के अधिकारी दुर्गेश कुमार ने बताया कि योगेश के पैन कार्ड पर हुए लेनदेन को विभाग के पोर्टल पर देखा गया था, जिसके चलते उनको नोटिस जारी किया गया है।ताला कारीगर ने भी इस मामले में अपने पैन कार्ड का दुरुपयोग होने की बात कही है।
नोटिस से सदमे में परिवार, आज देना है जवाब
आयकर विभाग के अनुसार योगेश शर्मा के कारोबार का टर्नओवर करोड़ों रुपये का है। इसी के आधार पर उनको 89.85 लाख रुपये का नोटिस भेजा गया है। मगर, जमीनी हकीकत इससे बिल्कुल विपरीत है। योगेश के पास अपना खुद का मकान तक नहीं है। वह किराये के मकान में रहता है। छह माह पहले नौरंगाबाद के डिप्टीगंज में किराये पर रहने आया। 400 से 500 रुपये रोजाना कमाने वाले योगेश की पत्नी प्रीति की तबीयत खराब होने के कारण वह तीन माह से किराया भी नहीं दे सका है। इस नोटिस से पूरा परिवार सदमे में है। सोमवार को उसे नोटिस का जवाब देना है।
योगेश ने बताया कि वर्ष 2022 में उसे विभाग की ओर से 2017 से 2020 और 2018 से 2021 को लेकर नोटिस जारी किया गया था। इसमें ऑडिट बैलेंस शीट का जिक्र था। इस नोटिस के बाद योगेश चुप बैठ गया। आयकर विभाग ने भी कोई कार्रवाई नहीं की। जिससे मामला ठंडे बस्ते में चला गया। साल भर पहले भी विभाग ने आईटीआर को लेकर उसे नोटिस जारी किया था।
इंश्योरेंस के लिए किया था पैन कार्ड का प्रयोग
अलीगढ़। आयकर विभाग की ओर से जारी किए गए नोटिस में योगेश शर्मा के पैन कार्ड का इस्तेमाल कहां किया गया, इसका जिक्र नहीं है। रविवार को हुई जांच पड़ताल में बताया गया कि कुछ वर्ष पहले उसने हेल्थ इंश्योरेंस कराया था। इसमें पैनकार्ड उपयोग हुआ था, लेकिन वो इंश्योरेंस की किस्तें नहीं जमा कर पाया।
आयकर अधिकारी बोले यह
आयकर अधिकारी दुर्गेश कुमार ने बताया कि इनसाइट पोर्टल पर मिली जानकारी के आधार पर डाक द्वारा नोटिस भेजा गया है। नोटिस में साल 2018-19 के वित्तीय वर्ष में यह टर्नओवर दिखाया गया है। अब इसका जवाब योगेश को देना होगा।
