फ़ास्ट न्यूज़ इंडिया
भारतीय पहलवान दीपक पूनिया ने एशियाई चैंपियनशिप में तीसरी बार रजत पदक जीता, जबकि उदित को लगातार दूसरी बार दूसरे स्थान से संतोष करना पड़ा। पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने में नाकाम रहे पूनिया ने बेकजात राखिमोव के खिलाफ 92 किग्रा वर्ग के कड़े मुकाबले में जीत के साथ वापसी की। पूनिया को किर्गिस्तान के प्रतिद्वंद्वी से कड़ी टक्कर मिली, लेकिन वह क्वार्टर फाइनल में 12-7 से जीत दर्ज करने में सफल रहे। पूनिया को जापान के ताकाशी इशिगुरो से कड़ी चुनौती मिलने की उम्मीद थी, लेकिन भारतीय पहलवान ने उन्हें आसानी से 8-1 से हरा दिया। स्वर्ण पदक के मुकाबले में ईरान के दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी अमीरहुसैन बी फिरोजपोरबांदपेई ने उन्हें तकनीकी श्रेष्ठता से हराया। पूनिया ने एशियाई चैंपियनशिप में चार पदक जीते हैं। वह 2021 में अल्माटी और 2022 में उलानबटोर में फाइनल में हार गए थे, जबकि 2019 और 2020 में कांस्य पदक जीते। उदित ने भी 61 किग्रा में किर्गिस्तान के बेकबोलोट मिर्जानजार उलु को 9-6 से हराने के बाद चीन के वानहाओ झोउ को 2-0 से शिकस्त दी। उन्होंने पिछले साल रजत पदक जीता था। स्वर्ण पदक के मुकाबले में उन्हें दुनिया के नंबर एक पहलवान ताकारा सूडा ने 6-4 से हराया। भारत के मुकुल दहिया ने भी दो जीत के साथ सेमीफाइनल में जगह बनाई। सिंगापुर के वेंग लुएन गैरी चाउ को दहिया ने बिना अंक गंवाए तकनीकी दक्षता के आधार पर हराने के बाद किर्गिस्तान के दुनिया के दूसरे नंबर के खिलाड़ी मुहम्मद अब्दुल्लाव को 3-1 से शिकस्त दी। सेमीफाइनल में दहिया को हालांकि ईरान के दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी अबुलफजल वाई रहमानी फिरौजाई के खिलाफ तकनीकी दक्षता के आधार पर शिकस्त झेलनी पड़ी। कांस्य पदक के प्लेआफ मुकाबले में उन्हें जापान के तत्सुया शिराइ ने 4-2 से हराया। दिनेश भी हेवीवेट 125 किग्रा वर्ग के सेमीफाइनल में पहुंचे। भारतीय पहलवान ने क्वार्टर फाइनल में तकनीकी दक्षता के आधार पर चीन के बुहीरदुन हराया, लेकिन सेमीफाइनल में मंगोलिया के लखागवागेरेल मुनखतूर के खिलाफ 1-5 से हार गए। कांस्य पदक के प्लेआफ मुकाबले में दिनेश ने तुर्कमेनिस्तान के सापारोव जेड को 14-12 से मात दी। हालांकि, जयदीप अहलावत (74 किग्रा) को अपने शुरुआती मुकाबले में जापान के हिकारू ताकाता के खिलाफ 5-10 से हार का सामना करना पड़ा। भारत ने चैम्पियनशिप में दस पदक जीते ।
