फ़ास्ट न्यूज़ इंडिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पत्नी जसोदा बेन ने प्रयागराज में संपन्न महाकुंभ मेले को ऐतिहासिक बताया है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ में स्नानार्थियों की संख्या और प्रदेश सरकार के उपलब्ध कराई गई सुविधाओं ने पूरी दुनिया को आश्चर्यचकित कर दिया है। उन्होंने कहा कि प्रयागराज जाकर संगम में स्नान करने की उनकी इच्छा है। उम्र के तकाजे व भीड़ के कारण वह महाकुंभ में स्नान करने नहीं जा सकी। वह रविवार को क्षेत्र के गांव मौहम्मदपुर लोहड्डा निवासी दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल अंकित यादव की बेटी यति के जन्मदिन पर आशीर्वाद देने आई थी। जसोदा बेन ने अपने सहायक के माध्यम से मीडिया के लोगों से बेहद संक्षिप्त बात की। राजनीति से संबंधित सवाल पर उन्होंने पहले ही जवाब देने से मना कर दिया गया था। महाकुंभ के आयोजन को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि महाकुंभ का आयोजन कई मायनों में ऐतिहासिक रहा। प्रदेश सरकार ने इतने बड़ा आयोजन कर पूरी दुनिया को क्राउड मैनेजमेंट व स्नानार्थियों के लिए उपलब्ध सुविधाओं का अध्ययन करने के लिए एक चैप्टर दिया है। उनसे पूछा गया कि प्रधानमंत्री स्वयं महाकुंभ में स्नान करने गए, आप क्यों नहीं गई। उन्होंने कहा कि अस्वस्थता व प्रशासनिक दिक्कतों को देखते हुए वह महाकुंभ नहीं गई। प्रयागराज जाकर संगम में स्नान करने की उनकी इच्छा है। इससे पहले जसोदा बेन का गांव पहुचने पर अंकित यादव के परिजनों ने स्वागत किया।
जसोदा बेन को देखने के लिए उमड़े ग्रामीण
हेड कांस्टेबल की बेटी को उनके जन्म दिन पर आशीर्वाद देने के लिए गांव आने की सूचना मिलने पर गांववासी बेहद उत्साहित थे। उनके आने से पहले ही अंकित यादव के घर के बाहर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई थी। जैसे ही उनकी कार अंकित के घर के
बाहर पहुची। उनको देखने के लिए लोग उतावले हो गए। पुलिसकर्मी सुरक्षा घेरे बनाकर उनको घर के भीतर ले गए। यहां परिवार की महिलाओं ने उनका स्वागत किया। अंकित यादव ने परिजनों से उनका परिचय कराया।
भाजपा नेता भी मिलने पहुचे
जसोदा बेन से मिलने के लिए भाारतीय जनता पार्टी के कई नेता भी गांव पहुच गए। चांदपुर की पूर्व विधायक कमलेश सैनी, जिलाध्यक्ष उदयगिरी गोस्वामी, जिला उपाध्यक्ष शरद गर्ग, पूर्व पालिकाध्यक्ष राजेश सैनी समेत कई भाजपा नेता उनके स्वागत करने के लिए गांव पहुच गए।
जिलाध्यक्ष ने उनको शॉल भेंट किया। उनके साथ आई टीम के लोगों ने सिर्फ परिचय के अलावा किसी को भी बातचीत की अनुमति नहीं दी। पीएम की पत्नी के कार्यक्रम के मद्देनजर गांव के मुख्य चौराहों व घर के बाहर भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात किया गया था। सुरक्षा की कोई कैटेगरी जारी नहीं होने के बाद भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम थे।
