नई दिल्ली। संविधान बदलने और आरक्षण के मुद्दे ने एक बार फिर संसद को गरमा दिया है। यह बात अलग है इस बार निशाने पर सत्ताधारी भाजपा नहीं बल्कि विपक्षी दल कांग्रेस है।
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने सोमवार को कांग्रेस की कर्नाटक सरकार पर सार्वजनिक ठेकों में मुस्लिमों को चार प्रतिशत आरक्षण के विधेयक का मुद्दा उठाते हुए राज्य के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के कथित संविधान बदलने के बयान को लेकर हमला बोला।
संविधान नहीं बदला जा सकता: खरगे
रिजिजू ने दावा किया कि उपमुख्यमंत्री ने कहा है कि वह इसे लागू करेंगे और जरूरत पड़ी तो संविधान में भी बदलाव करेंगे। रिजिजू के इस बयान को लेकर संसद के दोनों सदनों में हंगामा शुरू हो गया।