उत्तरकाशी। जिला आबकारी विभाग की ओर से हर्षिल गांव में शराब की दुकान खोलने का विरोध शुरू हो गया है। हर्षिल गांव में ग्रामीणों ने शासन प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर शराब की दुकान नहीं खोलने की मांग की। वहीं जिला मुख्यालय में तीर्थपुरोहितों सहित उपला टकनौर के आठ गांव के ग्रामीणों ने डीएम से मुलाकात कर शराब की दुकान खोलने पर आंदोलन की चेतावनी दी। बड़ी संख्या में ग्रामीण हर्षिल में एकत्र हुए। उन्होंने शराब की दुकान खोलने के विरोध में सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। ग्रामीणों ने कहा कि सरकार हर्षिल में शराब की दुकान खोला जाना उचित नहीं है। इससे पर्यटकों में गलत संदेश जाएगा। साथ ही इससे गांव का माहौल खराब होगा। कहा कि युवा पीढ़ी जो अभी खेती, बागवानी समेत पर्यटन के क्षेत्र में आगे बढ़ रही है, लेकिन नशे का प्रचलन बढ़ने से उनका भविष्य भी खराब हो जाएगा। वहीं तीर्थपुरोहित सहित उपला टकनौर के आठ गांव के ग्रामीणों ने भी डीएम से मुलाकात की। इस मौके पर गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष धर्मानंद सेमवाल ने कहा कि हाल में हर्षिल, मुखवा दौरे पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्षेत्र में धार्मिक व आध्यात्मिक पर्यटन बढ़ाने की बात कही थी, लेकिन सरकार अब यहां शराब की दुकान खोलकर माहौल खराब करने की तैयारी कर रही है। जो स्वीकार नहीं किया जाएगा। साथ ही इससे गांव का माहौल भी खराब होगा। कहा कि यदि हर्षिल में शराब की दुकान खोली गई, तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। इस मौके पर अशोक सेमवाल, गणेश सेमवाल, खुशहाल सिंह नेगी, दलवीर सिंह नेगी, सत्येंद्र सेमवाल, राजेश सेमवाल, कुलानंद सेमवाल, गणेश सेमवाल, यशवीर नेगी, सुमित नेगी आदि मौजूद रहे।
