फ़ास्ट न्यूज़ इंडिया
यूपी, गोरखपुर। सरदारनगर के सरैया गांव में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन रविवार को कथा वाचक आचार्य पं सुमित्रानंदन चतुर्वेदी ने पूतना बध, गोवर्धन पूजा और माखन चोरी का दृष्टांत सुनाया।
उन्होंने कथा का रसपान कराते हुए कहा कि भगवान को जो जिस रुप में देखता है, उसको उसी रुप मिलते हैं। भगवान कृष्ण को मारने के कंस ने पुतना को भेजा था, उन्होंने ने कहा कि पुतना अपने स्तन में जहर लगाकर भगवान को स्थनपान कराने आई और उन्हें लेकर आकाश मे उड़ गई। भगवान ने पुतना का स्तन पान किया था इसलिए पुतना मोक्ष प्रदान किया। उन्होंने कहा का न्याय बिलक्षण है। भगवान के चरण में जाने से सद्गति की प्राप्ति होगी। ऐसे कृपालु भगवान का जो चरण ग्रहण नहीं करेगा, उससे बडा अभागा संसार मे कोई नहीं है। भगवान भक्त पर कृपा करने के लिए आतुर रहते हैं। उन्होंने गोवर्धन पूजा के दृष्टांत को सुनाते हुए गोवंश की रक्षा की विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि हिन्दू राष्ट्र में गोवंश की रक्षा नहीं हो रहा है, यह दुर्भाग्यपूर्ण है, जबकि गोबंश की रक्षा करने से ही राष्ट्र और समाज की उन्नति होगी और सनातन को मजबूती मिलेगी। कथा में यजमान रामसागर पांडेय, अमरावती देवी, चंद्रप्रकाश शुक्ल, पं. जनार्दन, एसआई आशीष मिश्रा, राजू सिंह, अजेंद्र, अभिषेक विश्वास, रामदयाल शुक्ल, रामाश्रय, जयप्रकाश आदि रहे। रिपोर्ट, एरिया रिपोर्टर जसवीर मोदनवाल 151167985
