ग्वालियर--आदित्य वाहिनी द्वारा गंगा दास की बड़ी शाला पर बाल प्रतिभा सम्मान का आयोजन किया गया। इस अवसर पर आदित्य वाहिनी ग्वालियर के संरक्षक पूरन वैराठी पीठाधीश्वर स्वामी श्री रामसेवक दास जी महराज द्वारा युधिष्ठा शर्मा को सम्मानित कर प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जिसने मात्र 4 वर्ष की आयु में 300 से अधिक धार्मिक श्लोकों को कंठस्थ कर आपने अपनी असाधारण प्रतिभा, समर्पण एवं भारतीय सनातन परंपरा के प्रति अटूट श्रद्धा का परिचय दिया है।
साथ ही युधिष्ठा की मां राखी शर्मा को अभिनंदन एवं सम्मान अर्पित किया जिनके धैर्य, परिश्रम, और निष्ठा ही इस उपलब्धि के पीछे का सशक्त आधार है जिन्होंने अपनी पुत्री को धर्म, संस्कृति एवं शास्त्रों से जोड़कर संस्कार दिए हैं, वे अतुलनीय हैं।
इसकी विलक्षण स्मरणशक्ति, अथक परिश्रम और धर्म के प्रति अटूट निष्ठा को नमन करते हुए आदित्य वाहिनी प्रमुख आलेख शर्मा ने हृदयतल से बधाई एवं शुभकामनाएँ प्रेषित की। आदित्य वाहिनी धर्मसत्र प्रमुख वैभव शुक्ला ने बधाई देते हुए कहा कि अल्प आयु में बालिका की यह उपलब्धि अन्य व्यक्तियों को भी प्रेरित करेगी और उन्हें धर्म, संस्कार एवं मूल्यों से जोड़े रखने में सहायक सिद्ध होगी।
आदित्य वाहिनी ग्वालियर पुरी पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी महराज द्वारा स्थापित संगठन है जो युवाओं के मध्य धर्म जागरण का कार्य करती है।
इस अवसर पर विनोद अष्टैया , विशाल रघुवंशी, संजना शर्मा,जलज शर्मा,रामानुज पराशर, पत्रकार नीरज हांडा उपस्थित रहे।
