मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पहली बार ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट (जीआईएस) का आयोजन होने जा रहा है। इसके लिए राष्ट्रीय मानव संग्रहालय तैयार हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट का सोमवार को सुबह 10 बजे शुभारंभ करेंगे। यहां दो दिन दुनिया भर से आ रहे निवेशक रहेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विशेष लाऊंज बनाया गया है। जहां सिर्फ प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को ही प्रवेश मिलेगा। प्रधानमंत्री बोट क्लब की तरफ से कार्यक्रम स्थल पर प्रवेश करेंगे। यहां पर सांची स्तूप की प्रतिकृति का गेट लगाया गया है। इसके अंदर से प्रवेश कर प्रधानमंत्री सीधे मेन हॉल में पहुंचेंगे।
मेन हॉल में डिजिटल स्क्रीन
कार्यक्रम के मेन हॉल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन होगा। यहां पर एक डिजिटल स्क्रीन लगाई गई है। जिस पर एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दूसरी तरफ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की तस्वीर है। हाल के मंच पर कोई नहीं बैठेगा। प्रधानमंत्री भी मंच के सामने पहली पंक्ति में मुख्यमंत्री और बड़े उद्योगपतियों के साथ बैठेंगे।
समिट के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में निवेश को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से 7 विभागीय सम्मेलन और 10 विशिष्ट सत्र आयोजित किए जाएंगे। प्रमुख सत्रों में फार्मा एवं मेडिकल डिवाइस, परिवहन एवं लॉजिस्टिक्स, कपड़ा उद्योग, खाद्य प्र-संस्करण, कौशल विकास, सूचना प्रौद्योगिकी, अक्षय ऊर्जा, पर्यटन, खनन, एमएसएमई, शहरी विकास और प्रवासी मध्यप्रदेश शामिल हैं।
सत्रों में विश्व बैंक के कंट्री डायरेक्टर री आंगस्ते टानो कूआमे, बार्कलेज के ग्लोबल हेड आनंद चित्रे, आईटीईएएस सिंगापुर को सीओओ लिम बून तियोंग, हीरा नंदानी डेवलपर्स के प्रबंध निदेशक डॉ. निरंजन हीरानंदानी, सिस्को इंडिया की डेजी चित्तिला पिल्लई, डीएलएफ ग्रुप के अध्यक्ष राजीव सिंह, बिल एंड मेलिंडा गेस्ट फाउंडेशन रोशो राज श्रेष्ठ जैसे प्रमुख वक्ता अपने विचार व्यक्त करेंगे। इसके अतिरिक्त, समिट में 5 अन्तर्राष्ट्रीय सत्र भी होंगे जिनमें ग्लोबल साउथ कंट्रीज का सम्मेलन, लैटिन अमेरिका और कैरिबियन सत्र तथा प्रमुख भागीदार देशों के विशेष सत्र शामिल हैं।
यहां तीन प्रदर्शनियां लगेगी। इसमें ऑटो शो: मध्यप्रदेश की ऑटोमोटिव क्षमताओं और भविष्य की गतिशीलता समाधान का प्रदर्शन। कपड़ा और फैशन एक्सपो: पारंपरिक और आधुनिक वस्त्र निर्माण में राज्य की विशेषज्ञता का प्रदर्शन। एक जिला-एक उत्पाद ग्राम : प्रदेश के विभिन्न जिलों की विशिष्ट शिल्पकला और सांस्कृतिक विरासत की झलक।
समिट में भारत की अग्रणी कंपनियों के 300 से अधिक अध्यक्ष, एमडी और सीईओ उपस्थित रहेंगे। इनमें गौतम अडानी (अध्यक्ष, अडानी समूह), कुमार मंगलम बिरला (अध्यक्ष, आदित्य बिड़ला समूह), संजीव पुरी (सीएमडी, आईटीसी लिमिटेड), नादिर गोदरेज (सीएमडी, गोदरेज इंडस्ट्रीज अश्विनी अरोडा (एमडी) दावत फूडस रघुपति सिंघानिया, सीएमडी जेके टायर बालकृष्ण गोयनका अध्यक्ष, वेल्सपेन वर्ल्ड, सुनील बजाज कार्यकारी अध्यक्ष आदित्य बिडला, सतीश पई एमडी हिंलातकों इंडस्ट्री, एम के अग्रवाल, एमडी ग्रासिम इंडस्ट्री कैलाश झावर, एमडी अल्ट्राटेक सीमेंट, बाबा एन कल्याणी, सीएमडी भारत फोर्स लिमिटेड, चंद्रजीत बनर्जी, डीजीसीआईआई, कार्तिक भारत राम, संयुक्त एमडीएसआरएफ लिमिटेड, आंद्रे एक होल्ट एमडी हेटिच इंडिया प्रायवेट लिमिटेड, राघवपत सिंघानिया, एमडी जेके सीमेंट, विनोद अग्रवाल, एमडी एवं सीईओ वी कमार्शियल व्हीकल्स, पुनीत डालमिया सीईओ डालमिया सीमेंट, सुधीर मेहता, सीएमडी पिनेकल इंडस्ट्रीज कुमार वेंकर सुब्रमण्यम, एमडी प्रॉक्टर एंड गैंबल,अभय फिरोडिया, अध्यक्ष फोर्स मोटर्स, सुचिता ओसवाल जैन, उपाध्यक्ष वर्धमान, हिरोशी योशिजाने, एमडी ब्रिजस्टोन इंडिया, रवि झुनझुनवाला, सीएमडी एचईजी रंजिदर गुप्ता ट्राइडेंट ग्रुप, राहुल संघवी, निर्देशक संघवी फूड्स, वीर एस अडवणी, सीएमडी ब्लू स्टार, पार्थ प्रतिम सेन गुप्ता, एमडी एवं सीईओ बंधन बैंक एवं इंगो सोलर, सीईओ टीडब्लूई ओबीटी शामिल है।
भोपाल जीआईएस में 60 से अधिक देशों के राजनयिक प्रतिनिधि, उच्चायुक्त, काउंसल जनरल और अन्तर्राष्ट्रीय संगठनों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे। इसमें प्रमुख भागीदार देशों में जापान, जर्मनी, इंग्लैंड, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया और सिंगापुर शामिल हैं। जीआईएस में मेक्सिको, ब्राजील, अर्जेटीना, पेरू, अंगोल, बुर्किनाफांसो, मोरक्को, मोल्दोवा, नेपाल और जिम्बाम्बे के राजदूत, आस्ट्रेलिया, श्रीलंका, फिजी, जमैका, लेसोथो, रवांडा, सेशेक्स और युगांडा के उच्चायुक्त, यूके, कनाडा, नीदरलैंड, पौलैंड ताइवान, दक्षिण अफ्रिका, कोरूटारिका, पनामा, मैक्सिको, टोगो, स्लोवेनिया के वरिष्ठ राजनयिक बुलगारिया, जिबूती, अल्बानिया, तुबालु हैती, म्यांमार, पलाऊ पौलेंड, दक्षिण कोरिया, रोमानिया और उज्बेकिस्तान के ओनोरेरी कौंसल शामिल है। इसके अतिरिक्त विश्व बैंक, डब्ल्यूएआईपीए, जेट्रो, टीएआईटीएआरए , इंडो-जर्मन चैंबर ऑफ कॉमर्स, भारत आयरलैंड परिषद सिंगापुर इंडिया चैंबर आफ कॉमर्स, कोरिया इंडिया चैंबर ऑफ कामर्स, इंडो पोलिश चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के संगठन भी शामिल होंगे।
