फास्ट न्यूज़ इंडिया महाराष्ट्र भंडारा जिले में एग्रीस्टैक एक क्रांतिकारी योजना है जो कृषि क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन लाएगी। इसके तहत किसानों की जमीन, फसल की जानकारी, मौसम के आंकड़े और सरकारी योजनाओं का लाभ एक ही स्थान पर उपलब्ध कराया जाएगा। तहसीलदार नीलेश कदम ने तालुका के सभी किसानों से इस योजना का लाभ उठाने की अपील करते हुए कहा है कि एग्रीस्टैक योजना के तहत हर गांव में शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। इन शिविरों में जाने वाले किसानों को सीएससी/आपले सरकार वीएलई/सेतु केंद्र चालक के पास अपना पंजीकरण कराना चाहिए और एक "किसा आईडी" बनानी चाहिए। तहसीलदार कदम द्वारा तालुका के 6031 किसानों की "किसान आईडी" तैयार कर वितरित की गई है यह हो गया है किसान पहचान पत्र क्यों आवश्यक है? तहसीलदार नीलेश कदम ने जानकारी देते हुए बताया कि केंद्र व राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ लेने के लिए किसानों के लिए किसान आईडी अनिवार्य कर दी गई है। यदि आप अपना किसान आईडी नहीं बनाते हैं, तो आप भविष्य में योजनाओं का लाभ नहीं उठा पाएंगे किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना का लाभ, डिजिटल फसल ऋण (केसीसी) तक आसान पहुंच, फसल बीमा योजना के तहत मुआवजा, प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) सुविधाओं का लाभ, मौसम पूर्वानुमान, मृदा स्वास्थ्य की जानकारी और आधुनिक तकनीकी सहायता, सरकारी योजनाओं का पारदर्शी लाभ और तेजी से प्रसंस्करण के साथ-साथ किसान आईडी के साथ एग्रीस्टैक योजना का लाभ मिलेगा। इसके लिए किसानों पंजीकरण हेतु आवश्यक दस्तावेज जैसे आधार से जुड़ा मोबाइल नंबर, आधार कार्ड, सभी 7/12 एवं 8-ए अर्क आदि शिविर में लेकर आएं और तुरंत अपना "किसान आईडी" प्राप्त करें तथा कृषि क्रांति में भागीदार बनें। तहसीलदार नीलेश कदम ने सभी किसानों से अपील की है कि अधिक जानकारी के लिए अपने गांव के राजस्व अधिकारी से संपर्क करे जितेन्द्र पांडेय स्टेट ब्यूरो चीफ चैनल महाराष्ट्र भंडारा 151144426
