फ़ास्ट न्यूज़ इंडिया बोर्ड परीक्षाएं हर छात्र के जीवन में एक महत्वपूर्ण मोड़ होती हैं। इस परीक्षा में सफलता हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत, एक सही रणनीति और मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है। बिहार में इंटरमीडिएट की परीक्षाएं शुरू हो चुकी हैं। इसके अलावा, अधिकतर बोर्ड्स की परीक्षाएं भी फरवरी में ही शुरू हो जाएंगी। ऐसे में एक्सपर्ट से तैयारी के टिप्स जानना छात्रों के लिए मददगार साबित हो सकता है। आइए अमित कुमार शर्मा, जो जवाहर नवोदय विद्यालय में पढ़ाते हैं, उनसे जानते हैं कि बोर्ड परीक्षा में अच्छे अंक हासिल करने के लिए छात्रों को किन बातों का ख्याल रखना चाहिए...
1. ऑब्जेक्टिव निर्धारण से मिलेगी तैयारी करने में मदद बोर्ड परीक्षा के इतना करीब होने के नाते छात्रों को सबसे पहले अपना ऑब्जेक्टिव निर्धारित करना चाहिए। उन्हें यह तय करना होगा कि बोर्ड परीक्षा में उनका प्रदर्शन के नजरिए से लक्ष्य क्या है। इससे उन्हें अपनी रणनीति तय करने में आसानी होगी।
2. टाइम मैनेजमेंट बहुत जरूरी है परीक्षा की तैयारी के लिए अपनी दिनचर्या में सभी विषयों को समय देना जरूरी है। हालांकि, ये जरूरी नहीं है कि सभी विषयों को बराबर समय दिया जाए। विषय की कठिनता, आपकी रूचि और तैयारी के आधार पर समय का निर्धारण करें। जो विषय आपके लिए आसान है और उस विषय की आपकी तैयारी अच्छी है तो आप उसे बाकि विषयों से थोड़ा कम समय भी देगें तो कोई समस्या नहीं होगी।
3. एनसीईआरटी की पुस्तकें सफलता की कुंजीसीबीएसई बोर्ड का पाठ्यक्रम एनसीईआरटी पुस्तकों पर आधारित होता है। ऐसे में छात्रों को इन्ही पुस्तकों से तैयारी करनी चाहिए। बहुत अधिक पब्लिकेशन की पुस्तकें पढ़ने से कंफ्यूजन हो सकता है। ऐसे में एक ही पुस्तक को बार-बार पढ़ना सही उपाय है।
4. डायग्राम बनाने समय रखना होगा खास ख्याल किसी भी टॉपिस पर बेहतर समझ के लिए डायग्राम काफी मददगार होते हैं और ये परीक्षा में अच्छे अंक हासिल करने में भी मदद करते हैं। खासतौर पर साइंस में डायग्राम की अपनी अलग महत्ता होती है। ऐसे में छात्रों को डायग्राम बनाते समय सही-मापतौल, आकार का सही अनुपात और लेबलिंग का खास ख्याल रखना चाहिए। डायग्राम बनाने के लिए हमेशा पेंसिल का इस्तेमाल करें। छात्रों को चाहिए कि वे परीक्षा से पहले डायग्राम बनाने का कई बार अभ्यास करें ताकि परीक्षा के समय गलती की कोई संभावना न रहे।
5. प्रैक्टिस पेपर/पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों को हल करने के फायदे प्रैक्टिस पेपर या पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों को हल करने से छात्रों को कई फायदे होते हैं, जिनमें से कुछ निम्न प्रकार हैं
पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों को हल करने से परीक्षा पैटर्न की बेहतर समझ मिलती है। साथ ही महत्वपूर्ण प्रश्नों का अनुमान मिलता है। पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों को हल करने से छात्रों को टाइम मैनेजमेंट में मदद मिलती है। छात्रों को चाहिए कि वे तय समय में पूरा प्रश्नपत्र हल करें। इसके लिए यह ज्ञान होना बहुत जरूरी है कि आपको किस प्रश्न को कितना समय देना है। प्रैक्टिस पेपर/पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों को हमेशा परीक्षा की वास्तविक टाइम लिमिट सेट करके ही हल करें। इन प्रश्नपत्रों को हल करने से छात्रों को अपनी तैयारी का मूल्यांकन करने का अवसर भी मिलता है। छात्रों को पता चलता है कि उन्होंने जो पढ़ा है उसमें से कितना याद है।
6. स्ट्रेस या तनाव से बचे रहना भी बेहद जरूरी कई छात्रों को परीक्षा के कारण तनाव हो जाता है। यहां समझने की जरूरत है कि छात्र बोर्ड परीक्षा से पहले आठ, नौ वर्षों से वार्षिक परीक्षाएं देते हैं। बेशक बोर्ड परीक्षा एक मानक परीक्षा के तौर पर काम करती है, लेकिन छात्रों को इससे डरने की बिल्कुल जरूरत नहीं है। अगर आप अच्छे से तैयारी करते हैं तो निश्चय ही अच्छे अंको से पास हो सकते हैं।
