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अजमेर पुलिस ऑपरेशन साइबर शील्ड के तहत चोरी और गुमसुदा 842 मोबाइल फोन बरामद किया गया है। आर्किटेक्चरल लागत 2 करोड़ रुपये से भी अधिक है। अजमेर आईजी रेंज में साहिल ओम प्रकाश ने मंगलवार को प्रेस वार्ता कर अभियान के बारे में जानकारी दी। जिले में जनवरी माह से अब तक 208 मोबाइल बरामद किये गये हैं. पुलिस मोबाइल को गैरकानूनी घोषित कर रही है।
*पुलिस ने नवजात को वापस की चोरी और गम मोबाइल:*
अजमेर पुलिस रेंज में अपोलो लाइट ने बताया कि ऑपरेशन साइबर शील्ड के तहत अजमेर पुलिस रेंज क्षेत्र में 842 मोबाइल जब्त किए गए हैं। इनमें से अजमेर पुलिस के पास सबसे ज्यादा 208 मोबाइल फोन बरामद हुए हैं। अजमेर रेंज आईजी कार्यालय में एस्टर और एमिरेट्स एसपी वंद राणा ने 35 रिज़र्व बैंक को जब्त कर लिया। जबकि शेष शेष को भी मोबाइल में बदल दिया जाएगा।
*पिड़ितों ने बढ़ाया आकर्षण:*
पीड़ित लालाराम चौधरी ने बताया कि कायद विश्राम स्थली में माह पहले एनसीसी शिविर में मोबाइल गुम हो गया था। गेगल थाने में मोबाइल चोरी होने की रिपोर्ट दी गई थी। मोबाइल मीटिंग पर उन्होंने अजमेर पुलिस का सामान खरीदा। अजमेर रेलवे कैरिज कंपनी के इंजीनियर मनोज कुमार जाटव ने बताया कि उनके घर से ही किसी ने पत्नी का मोबाइल चोरी कर लिया था। मोबाइल मीटिंग पर उन्होंने पुलिस का सामान खरीदा। किशनगढ़ के रोहिताश साहू का मोबाइल मकराना से किशनगढ़ के बीच गिर गया था। किशनगढ़ के गांधीनगर स्टेशन में मुकदमा भी दर्ज था। अजमेर पुलिस ने मेरा मोबाइल सर्च आउटलुक।
*साइबर अपराधी और एनडीपीएस मामलों में भी हुई कार्रवाई:*
ओम आईजी लाइट ने बताया कि अजमेर पुलिस रेंज क्षेत्र में साइबर अपराधियों के कब्जे से मोबाइल और सिम लेकर भी कार्रवाई की गई है। ऐसे ही करीब 12 रिकार्ड दर्ज करके 36 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। फर्जी एटीएम का उपयोग करने के मामले में 41 लैपटॉप दर्ज किए गए हैं। बातचीत में उन्होंने बताया कि शराब माफिया की रोकथाम के लिए भी अभियान चलाया गया। इसके तहत अजमेर पुलिस रेंज क्षेत्र में 157 शिक्षकों को गिरफ्तार कर 130 प्रकरण दर्ज किये गये।
