फ़ास्ट न्यूज़ इंडिया यूपी वाराणसी केंद्र सरकार ने औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) में अब जिस भी कोर्स में तीन साल से कम एडमिशन हुए हैं, उसे समाप्त करने का फैसला लिया गया है। इससे आईटीआई की छवि सुधरेगी और पढ़ाई में गुणवत्ता देखने को मिल सकती है। राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान करौंदी में दो कोर्स हिंदी स्टेनो और कटिंग सुवीइंग को चिह्नित किया गया है। इसे खत्म करने की तैयारी है। हिंदी स्टेनो में 40 और कटिंग सुवीइंग में 20 सीटें हैं। इस पर राज्य सरकारों और आईटीआई प्रबंधन के साथ कई दौर की बैठकें हो चुकी हैं। राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान करौंदी के प्रधानाचार्य मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि दोनों कोर्स में तीन साल से कोई दाखिला नहीं हुआ है। हर साल आईटीआई के प्रदर्शन का वार्षिक मूल्यांकन किया जाता है। जिले में सौ से अधिक प्राइवेट आईटीआई कॉलेज हैं, उनसे भी जानकारी मांगी गई है। पूरी जानकारी लखनऊ भेजी जाएगी। उसके बाद उच्चाधिकारी फैसला लेंगे। आईटीआई कॉलेजों का प्रदर्शन अच्छा न होने की वजह से फैसला लिया गया है।
