फ़ास्ट न्यूज़ इंडिया बड़ौत(बागपत)। कुर्डी गांव के प्राचीन टीले पर राष्ट्रीय विरासत संस्थान द्वारा उत्खनन शुरू होने की संभावना है। इसकी सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं। जहां कई दिनों से टीम ने डेरा डाला हुआ है। कुर्डी गांव का प्राचीन टीला अपने अंदर इतिहास समेटे हुए हैं। टीले की ऊपरी सतह पर ही पुरावशेष बिखरे पड़े हुए हैं, जो टीम द्वारा की गई सफाई में मिले थे। पहले तीन चरणों में सिनौली में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा किए गए उत्खनन के दौरान भी पुरातत्वविदों व शोधार्थियों द्वारा कुर्डी गांव के टीले का प्रारंभिक सर्वेक्षण किया था। उन्हें यहां से जो भी पुरावशेष प्राप्त हुए, उनकी नजर में वह काफी महत्वपूर्ण थे। इसके बाद एक रिपोर्ट बनाकर एएसआई को दी गई थी। इस तरह काफी समय से कुर्डी टीला चर्चाओं का विषय बना हुआ है। पिछले कई दिनों से संस्थान की टीम के सदस्यों द्वारा टीले की ऊपरी सतह का स्थलीय निरीक्षण, साफ सफाई का कार्य किया जा रहा हैं। संस्थान के पुरातत्वविद, शोधार्थी गांव में पहुंच गए, जिनके ठहरने के लिए ग्राम पंचायत भवन में व्यवस्था की गई है। जानकारी के अनुसार टीले पर विधिवत रूप से उत्खनन कार्य शुरू किया जा सकता है। उत्खनन में प्रयोग होने वाला सभी सामान भी पहुंच गया।