फ़ास्ट न्यूज़ इंडिया। हर साल 13 जनवरी को लोहड़ी का पर्व मनाया जाता है। लोहड़ी उत्तर भारत, खासकर पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में धूमधाम से मनाया जाने वाला पर्व है। सिख समुदाय के लोग इस पर्व को उत्साह से मनाते हैं और इस दिन गुरुद्वारे में माथा टेकने जाते हैं। लोहड़ी के मौके पर देशभर के गुरुद्वारों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। लोहड़ी के दिन गुरुद्वारों में सेवा, कीर्तन और लंगर का आयोजन होता है।
हरमंदिर साहिब, अमृतसर
पंजाब के अमृतसर में हरमंदिर साहिब गुरुद्वारा स्थित है जो देश का सबसे प्रसिद्ध सिख तीर्थ स्थल है। यह गुरुद्वारा स्वर्ण मंदिर के नाम से मशहूर है। स्वर्ण मंदिर सिख समुदाय का सबसे पवित्र स्थान माना जाता है जहां लोहड़ी के मौके पर विशेष कीर्तन, अरदास और लंगर का आयोजन होता है। यहां की भव्यता और शांत वातावरण श्रद्धालुओं को आत्मिक सुख प्रदान करता है। लोहड़ी के मौके पर स्वर्ण मंदिर में विशेष दीवान सजते हैं। सेवा और लंगर में शामिल होकर मन को शांति और संतोष मिलता है।
गुरुद्वारा बंगला साहिब, नई दिल्ली
देश की राजधानी दिल्ली में गुरुद्वारा बंगला साहिब स्थित है। ये गुरुद्वारा अपनी सुंदरता और सेवा कार्यों के लिए प्रसिद्ध है। लोहड़ी पर यहां खास सजावट होती है और श्रद्धालु सेवा व लंगर में हिस्सा लेते हैं। यहां पूरे दिन लंगर चलता है। गुरुद्वारा बंगला साहिब का सरोवर व कीर्तन का अनुभव बेहद शांति प्रदान करने वाला होता है।
पटना साहिब, बिहार
बिहार के पटना जिले के रहने वाले हैं तो गुरु गोबिंद सिंह के जन्मस्थान पर जाकर लोहड़ी का पर्व मना सकते हैं। पटना साहिब गुरुद्वारा सिख समुदाय का एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। लोहड़ी के दिन यहां भव्य कीर्तन, अरदास और लंगर का आयोजन होता है।
हेमकुंड साहिब, उत्तराखंड
उत्तराखंड की पहाड़ियों में एक शानदार गुरुद्वारा स्थित है। अगर आप घूमने के लिए उत्तराखंड के किसी हिल स्टेशन जा रहे हैं या वहीं के निवासी हैं तो चमोली स्थित हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा पर माथा टेकने जरूर जाएं। हेमकुंड साहिब अपनी प्राकृतिक सुंदरता और आध्यात्मिक शांति के लिए प्रसिद्ध है। हालांकि सर्दियों में यह स्थान बर्फ से ढका होता है, लेकिन इसके आसपास के गुरुद्वारों में लोहड़ी का उत्सव मनाया जाता है।