फ़ास्ट न्यूज़ इंडिया भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली और टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करने वाले ऑस्ट्रेलिया के सैम कोंस्टास के बीच चौथे टेस्ट के पहले दिन गुरुवार को मैदान पर झड़प हो गई। हालांकि, 19 वर्ष के ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ने इस मामले को तूल नहीं देते हुए कहा कि कोहली गलती से उनसे टकरा गए। पहले दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया ने छह विकेट गंवाकर 311 रन बना लिए हैं। कोंस्टास ने 65 गेंद में 60 रन की पारी खेली। अपनी पारी में उन्होंने छह चौके और दो छक्के लगाए।
ऑस्ट्रेलियाई पारी के दसवें ओवर के बाद जब खिलाड़ी एक दूसरे के सामने से गुजर रहे थे तब कोहली और कोंस्टास के कंधे टकरा गए थे। दोनों खिलाड़ियों ने पलटकर एक दूसरे को घूरकर देखा और कुछ बोले भी। इस बीच ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा ने आकर दोनों को अलग किया। मैदानी अंपायरों ने भी दोनों से बात की।
कोंस्टास ने दिया यह बयान
पहले दिन का खेल समाप्त होने के बाद कोंस्टास ने कहा कि कोहली जान बूझकर उनसे नहीं टकराए थे। उन्होंने कहा, 'विराट कोहली गलती से मुझसे टकरा गए। यह क्रिकेट है और तनाव में ऐसा हो जाता है। मुझे लगता है कि हम दोनों पर जज्बात हावी हो गए थे। मुझे समझ में ही नहीं आया। मैं अपने दस्ताने पहन रहा था कि अचानक उनका कंधा मुझसे टकराया। क्रिकेट में यह सब होता रहता है।'कोंस्टास उस समय 27 रन बनाकर खेल रहे थे। उन्होंने अगले ओवर में जसप्रीत बुमराह को दो चौके और एक छक्का लगाया। वह अर्धशतक बनाने के बाद रवींद्र जडेजा की गेंद पर एल्बीडब्ल्यू आउट हुए। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने इस घटना के लिए कोहली को जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने कहा, 'देखें कि विराट कहां से चलकर आए। वह पूरी पिच पार करके आए और झड़प की शुरूआत की। मुझे इसमें कोई शक नहीं है।'
पोंटिंग ने कोहली को जिम्मेदार ठहराया
पोंटिंग ने कहा, 'मुझे इसमें कोई शक नहीं कि अंपायर और मैच रैफरी इस घटना पर गौर करेंगे। कोहली को बल्लेबाज के करीब नहीं होना चाहिए था। मुझे ऐसा लगा कि कोंस्टास ने काफी देर बाद ऊपर देखा। उन्हें पता भी नहीं चला कि कोई उनके सामने है।' आईसीसी की आचार संहिता के अनुसार क्रिकेट में किसी भी तरह का अनुचित शारीरिक संपर्क निषिद्ध है। अगर खिलाड़ी किसी दूसरे खिलाड़ी या अंपायर से टकराते हैं या कंधे लगाते हैं , चाहे जान बूझकर या अनजाने में तो इस नियम का उल्लंघन माना जाएगा। लेवल एक के अपराध में मैच फीस का जुर्माना होता है। लेवल दो के अपराध में तीन या चार डिमेरिट अंक हो सकते हैं। हालांकि, देखना होगा कि आईसीसी क्या एक्शन लेता है।