जम्मू कश्मीर सुंदरबनी। आज गुरुद्वारा सिंह सभा मरचोला में गुरु तेग बहादुर का गुरुपर्व मनाया गया। 09 दिसंबर 2024 को श्री अखंड पाठ आरंभ हुआ तथा आज भोग लगाया गया। ग्रंथी इकबाल सिंह द्वारा शबद कीर्तन व अरदास के पश्चात गुरु का लंगर खोला गया तथा सैकड़ों श्रद्धालुओं ने लंगर प्रसाद ग्रहण किया। इस अवसर पर जिला गुरुद्वारा परवेन्देक कमेटी (डीजीपीसी) के महासचिव उगहर सिंह ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि मुगल बादशाह औरंगजेब के शासनकाल में गुरु तेग बहादुर जी वहां उपस्थित थे तथा उपदेश दे रहे थे, उस समय हिंदुओं तथा अन्य धर्मों के अनुयायियों को जबरन इस्लाम में धर्मांतरित किया जा रहा था। उस समय कई हिंदू धार्मिक विद्वानों को इस्लाम में धर्मांतरण न करने के कारण मृत्युदंड दिया गया था तथा उपमहाद्वीप पर आतंक का काला बादल छा गया था। इस मोड़ पर, गुरु तेग बहादुर को एहसास हुआ कि अत्याचारों को केवल तभी रोका जा सकता है जब कोई शक्तिशाली और प्रभावशाली व्यक्ति, लेकिन एक अच्छे दिल वाला व्यक्ति, महान भलाई के लिए अपने जीवन का बलिदान दे। उनके 9 वर्षीय बेटे, गोबिंद राय ने मासूमियत से कहा कि गुरु तेग बहादुर से अधिक इस कार्य के लिए कोई और योग्य नहीं है, और बाद में सहमत हो गए। इस अवसर पर एडीसी सुंदरबनी राजीव मगोत्रा और विपन पाल शर्मा पूर्व सरपंच मरचोला और वरिष्ठ नेता नेशनल कॉन्फ्रेंस और अन्य को उनके जीवन भर की निस्वार्थ सेवा के लिए गुरुपर्व कार्यक्रम में सम्मानित किया गया। गुरुद्वारा साहिब के अध्यक्ष शरम सिंह सचिव कुलबीर सिंह, कैशियर राजिंदर सिंह, डीजीपीसी कैशियर रणजीत सिंह और अन्य भी मौजूद थे। देखे सुन्दरबनी से रिपोर्टिंग इंचार्ज राजिंदर सिंह की रिपोट 151166762
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