राजधानी दिल्ली के द्वारका स्थित यशोभूमि के इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन और एक्सपो सेंटर में एल्युमिनियम कास्टर्स एसोसिएशन का एक्सपो का 10 वां संस्करण धूमधाम के साथ मनाया गया। इस दौरान तीन दिवसीय प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया। इसमें 200 से अधिक प्रदर्शक और 300 से अधिक ब्रांड ने हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम में थाईलैंड, जर्मनी, अमेरिका, स्पेन, इटली, आस्ट्रिया, जापान, चीन, और फ्रांस जैसे देशों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में मौजूद अतिथियों ने कहा कि, भारत तेजी से एल्यूमिनियम डाई कास्टिंग में वैश्विक नेता के रूप में उभर रहा है। जहां निर्माता अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का उपयोग करके जटिल और महत्वपूर्ण घटक, जैसे संरचनात्मक भागों का उत्पादन कर रहे हैं। जो वैश्विक मानकों के समान हैं। देश अब 4400 टन की क्षमता वाली दुनिया की सबसे बड़ी एल्यूमीनियम डाई कास्टिंग मशीन का मालिक है।
एल्युमिनियम कास्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रसन्न फिरोदिया ने कहा, भारत तेजी से एल्यूमीनियम डाई कास्टिंग में वैश्विक नेता के रूप में उभर रहा है। जहां निर्माता अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का उपयोग करके जटिल और महत्वपूर्ण घटक, जैसे संरचनात्मक भागों का उत्पादन कर रहे हैं। जो वैश्विक मानकों के समान हैं। देश अब 4400 टन की क्षमता वाली दुनिया की सबसे बड़ी एल्यूमीनियम डाई कास्टिंग मशीन का मालिक है। जो बड़े उच्च-निर्दिष्ट भागों का उत्पादन करने में सक्षम है, यह भारत की उन्नत क्षमताओं को प्रदर्शित करता है।
कार्यक्रम में न्यूर्नबर्गमेस्से इंडिया की प्रबंध निदेशक सोनिया पाराशर ने कहा,एल्युमिनियम कास्टर्स एसोसिएशन 2024 के उद्योग मानकों को फिर से परिभाषित करेगा। इस उद्योग से अभूतपूर्व प्रतिक्रिया मिल रही है। ऑटो उद्योग के अलावा उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स, एयरोस्पेस और इलेक्ट्रिकल उपकरणों जैसे क्षेत्रों में वृद्धि से एल्यूमिनियम डाई कास्टिंग भारत के निर्माण भविष्य का एक अहम हिस्सा बनकर उभरेगा। हम नवाचार और व्यावसायिक वृद्धि के लिए प्रतिबद्ध हैं।
दरअसल, एल्यूमिनियम डाई कास्टिंग समाधान विभिन्न उद्योगों जैसे तेल और गैस, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, औद्योगिक, एयरोस्पेस, टेलीकॉम, इलेक्ट्रिकल और निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।